छत्तीसगढ़

सिरौली गोलीकांड का मास्टरमाइंड और अन्य आरोपी गिरफ्तार..

(राम प्रसाद गुप्ता) : एमसीबी। जिले के मनेन्द्रगढ़ थाना अंतर्गत 26 फरवरी 2024 को सिरौली गांव में पानी मांगने के बहाने पहुंचे युवकों द्वारा महिला को जान से मारने की नीयत से गोली मारने के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। मामले का मास्टरमाइंड कोई और नही बल्कि महिला का भतीजा ही निकला। पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए घटना से जुड़े 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना में उपयोग किये गये देशी कट्टा को भी जप्त कर लिया है।

*पुलिस अधीक्षक ने किया पूरे घटनाक्रम का खुलासा*

सिटी कोतवाली मनेन्द्रगढ़ में पूरे मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक एमसीबी चंद्रमोहन सिंह ने बताया की 26 फरवरी 2024 को प्रार्थिया कुमारी दीपिका अगरिया
के द्वारा थाना आकर मौखिक रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी की 02 अज्ञात व्यक्ति पानी पीने के बहाने बड़ी माँ कुन्ती के पास
आये और जान से मारने की नियत से गोली मारकर भाग गये है।

प्रार्थिया की रिपोर्ट पर अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया। पुलिस अधीक्षक चन्द्रमोहन सिंह के द्वारा घटना स्थल का मुआयना निरीक्षण करने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये निर्देश दिये जाने के बाद लगातार विवेचना की जा रही थी।

*इस तरह दिया गया घटना को अंजाम*

विवेचना के दौरान अनुविभागीय अधिकारी मनेन्द्रगढ़, उप पुलिस अधीक्षक मनेन्द्रगढ़ और थाना प्रभारी मनेन्द्रगढ़ तथा विशेष टीम के द्वारा मुखबिर की  सूचना, घटना की सूक्ष्मता से कड़ी दर कड़ी जांच करने पर आहता कुन्ती का ही भतीजा मनीष और उसकी पत्नी रेश्मा के द्वारा जमीन, पैसे एवं नौकरी के लालच में बेवा कुन्ती बाई जो शासकीय स्कूल कोथा री में चपरासी (नृत्य) के पद पर पदस्थ है जिसकी हत्या कर नौकरी एवं सम्पत्ति हडपने की चाह में हत्या करने का मन बनाया।

इसके बाद मनीष अपने ससुर ग्राम रेउला निवासी भुमसेन
अगरिया से हत्या करने की योजना के संबंध में बताया फिर मोटर सायकल से अपने साडू संतोष अगरिया के पास लेकर गया तो संतोष अगरिया ने कमलेश गोंड से मिलाया तथा एक लाख रूपये में बेवा कुन्ती बाई की हत्या करने का सौदा तय हुआ। संतोष के द्वारा कमलेश गोंड को देशी कट्टा और गोली दिया गया।

घटना के लिये सिरौली के साप्ताहिक बाजार का दिन चुना गया। मनीष के द्वारा घटना दिनांक को फोन करने पर कमलेश और उसके साथी दल प्रताप सिंह उर्फ गुड्डा मोटर सायकल से आये जिन्हें मनीष के द्वारा घटना कारित करने
के लिये ग्राम सिरौली हसदेव नदी के पास छोड़कर अपने पत्नी बच्चों को बाजार जाने के लिये बोला।

फिर योजना के मुताबिक रेश्मा अपनी ननद कुमारी दीपिका एवं बच्चों को लेकर साप्ताहिक बाजार सिरौली चली गई। घर पर अकेले बेवा कुन्ती बाई थी।

उसी समय शुटर कमलेश सिंह और दल प्रताप सिंह उर्फ गुड्डा के द्वारा योजनाबद्ध तरीके से कुन्ती के घर पहुंचकर मनीष को पुछने के बहाने रुके और महुआ दारू पीने के लिये पानी एवं गिलास मांगे। कमलेश बगल के दुकान से 02 मूर्गफल्ली के पैकेट लेकर आया और महुआ दारू आंगन में कुर्सी में बैठकर पीये।


फिर से पानी मांगने पर कुन्ती पानी लेने जा रही थी उसी समय कमलेश अपने झोले से देशी कट्टा निकालकर हत्या करने की नियत से फायर किया तो गोली नहीं चलने पर कमलेश से कट्टा लेकर गुड्डा घर के परछी में
जाकर गोली मार दिया और दोनों घर के पीछे से भाग गये। घटना के बाद कुन्ती की मौत नहीं होने पर उसे फिर से मारने के लिये फोन करके रेश्मा के द्वारा सुपारी दी गई थी। मनीष एवं रेश्मा के द्वारा जमीन सम्पत्ति एवं नौकरी के लालच में अपराधिक षडयंत्र तैयार कर एक लाख रूपये में हत्या करने की सुपारी दी गई थी।

*पुलिस ने इन आरोपियों को किया गिरफ्तार*

1. मनीष कुमार पिता स्व. रामलाल उम्र 31 वर्ष निवासी ग्राम सिरौली थाना मनेन्द्रगढ़

2. रेशमा देवी पति मनीष कुमार उम्र 30 वर्ष निवासी ग्राम सिरौली थाना मनेन्द्रगढ़

3. कमलेश सिंह पिता  स्व. प्रेम लाल गोंड उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम बकेली थाना पाली जिला उमरिया (म.प्र.)

4. दल प्रताप सिंह उर्फ गुड्डा पिता स्व. त्रिभुवन सिंह गोंड उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम लसेनीपानी खम्हरिया चौकी


झीक बिजुरी थाना जैतपुर जिला शहडोल (म.प्र.)

5. संतोष अगरिया पिता सिरझू अगरिया उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम बहरीडोल खम्हरियों चौकी झीक बिजुरी थाना


जैतपुर जिला शहडोल (म.प्र.)

6. भुमसेन अगरिया पिता मोहना अगरिया उम्र 60 वर्ष निवासी वार्ड नं. 06 रेहूला कुदरीटोला थाना कोतमा जिला


अनुपपुर ( म.प्र.)

इनकी रही सराहनीय भूमिका

सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी मनेन्द्रगढ़ निरीक्षक अमित कौशिक, थाना प्रभारी पोंडी निरीक्षक अमित कश्यप, सउनि राकेश शर्मा, प्रधान आरक्षक, इस्तियाक खान, राकेश शर्मा, महिला प्रधान आरक्षक बिनको कुजुर, महिला आरक्षक साधना, इश्तिा श्रीवास्तव, विशेष टीम से प्रधान आरक्षक पुष्कल सिन्हा, सुनील रजक, नीरज पढियार, आरक्षक भुपेन्द्र यादव, जितेन्द्र ठाकुर राकेश तिवारी, शहबाज खान एवं थाना मनेन्द्रगढ़ की स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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