महापौर रामशरण यादव ने 42 हितग्राहियों को सौंपा आबादी जमीन का मालिकाना हक…कहा- स्व. राजीव गांधी के सपनों को साकार कर रहे हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। महापौर रामशरण यादव ने मंगलवार को नगर निगम के वार्ड नंबर 13 मंगला में वार्ड पार्षद के कार्यालय के पास 42 हितग्राहियों को राजीव आश्रय योजना के तहत आबादी जमीन का मालिकाना हक सौंपा। सालों से काबिज जमीन का स्थाई पट्टा पाते ही हितग्राहियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
इस अवसर पर महापौर रामशरण यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार किसानों व गरीबों के हित में लगातार कार्य कर रही है। आधुनिक भारत के स्वप्नदृष्टा राजीव गांधी ने भारत के चहुमुंखी विकास का जो सपना देखा था, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लोगों के हित में कार्य कर उन सभी के सपनों को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भूपेश सरकार की सकारात्मक सोच के कारण ही शहरी गरीबों को आबादी जमीन का मालिकाना हक मिल रहा है। इससे पहले प्रदेश में जितनी भी सरकारें आईं, किसी ने भी इन गरीबों को स्थाई पट्टा देने के लिए पहल नहीं की। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार शहरी गरीब परिवारों को काबिज भूमि का पट्टा देने और बेहतर आवास उपलब्ध कराने के लिए राजीव गांधी आश्रय योजना, मोर जमीन मोर मकान जैसी अभिनव योजनाएं चला रही हैं।
बुनियादी सुविधाओं के विकास से नागरिकों को अनेक सहूलियतें मिली हैं। प्रत्येक पात्र हितग्राही को 100 रुपए वर्गफीट के हिसाब से 700 वर्गफीट का पट्टा देने के लिए राजीव आश्रय योजना लागू की गई है। भूमिहीन व्यक्तियों को भूमिधारण का अधिकार प्रदान करने के लिए अधिनियम लाया गया है।
इसके माध्यम से 19 नवंबर 2018 के पूर्व में काबिज कब्जाधारकों को भू -स्वामित्व अधिकार प्रदान किया जा रहा है। इसमें ऐसे व्यक्ति भी लाभान्वित होंगे, जिन्हें पूर्व में पट्टा दिया गया था, लेकिन नवीनीकरण प्रावधानों के अभाव में वह भूमि का उपभोग नहीं कर पा रहे थे। पट्टा वितरण समारोह में सभापति शेख नजीरुद्दीन, वार्ड पार्षद श्याम भाई पटेल, पार्षद सुरेश टंडन, नेहरू प्रधान, शकुर मोहम्मद, जोन कमिश्नर रंजना अग्रवाल आदि मौजूद रहे।