मंत्री ने किए तबादले… मुख्यमंत्री ने लगाया वीटो..24 घंटे में रोके सभी तबादले
(शशि कोन्हेर) : उत्तराखंड – शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के अनुमोदन से किए गए राज्य के विभिन्न नगर निकायों में केंद्रीयत सेवा के 74 कार्मिकों के तबादले 24 घंटे के अंदर स्थगित कर दिए गए। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद ये तबादले रोके गए।
शहरी विकास मंत्री के अनुमोदन के बाद हुए थे तबादला आदेश
अचानक हुई इस कार्रवाई से कई सवाल उठ रहे हैं। शनिवार को हुए तबादले रविवार को रोकने के पीछे के कारणों को लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन इसने तमाम तरह की चर्चाओं को जन्म अवश्य दे दिया। उधर, शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल तबादले करने के बाद सात दिवसीय दौरे पर रविवार को जर्मनी रवाना हो गए।
अचानक अग्रिम आदेशों तक तबादले स्थगित करने से उठे सवाल
नगर निगम, नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों में सहायक नगर आयुक्त, अधिशासी अधिकारी, कर अधीक्षक, प्रभारी अधिशासी अधिकारी, कनिष्ठ सहायक, सफाई निरीक्षक, प्रधान लिपिक, वरिष्ठ सहायक, सहायक लेखाकार, सहायक अभियंता, अवर अभियंता, कर एवं राजस्व अधीक्षक पदों पर कार्यरत 74 कार्मिकों के तबादला आदेश शनिवार को शासन ने जारी किए थे।
ऐसी क्या विवशता थी कि छुट्टी के दिन ही तबादले किए गए
इसी दिन शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने इस बारे में अनुमोदन दिया था। तबादलों के बाद रविवार को शहरी विकास विकास मंत्री अग्रवाल अधिकारियों के दल के साथ अपशिष्ट प्रबंधन की सर्वोत्तम प्रथाओं का अध्ययन करने के सिलसिले में जर्मनी रवाना हो गए। बताया गया कि प्रशासनिक स्वीकृति के बाद ही वह अध्ययन यात्रा पर गए हैं। इसका समस्त व्यय जर्मनी की संस्था जीआइजेड वहन करेगी।
सूत्रों के अनुसार रविवार को नगर निकायों में हुए तबादलों की जानकारी संज्ञान में आने के बाद मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में शासन ने इन्हें अग्रिम आदेशों तक स्थगित करने के आदेश जारी कर दिए। संबंधित कार्मिकों को अपने पूर्व तैनाती स्थल पर ही यथावत रहने को कहा गया है।
उधर, सचिवालय में छुट्टी के दिन ही तबादले करने और फिर इन्हें स्थगित करने का यह प्रकरण रविवार को चर्चा के केंद्र में रहा। प्रश्न यह भी उठ रहा है कि आखिर ऐसी क्या विवशता थी कि छुट्टी के दिन ही तबादले किए गए।