मुंबई में 15 जून से 17 जून तक जुटेंगे देशभर के MLA,..4000 विधायक़ों के आने का अनुमान
(शशि कोन्हेर) : नाशिक: भारत के इतिहास में पहली बार देश के दो हजार से ज्यादा विधायक नेतृत्व, लोकतंत्र, शासन और शांतिपूर्ण समाज के निर्माण के लिए साथ आ रहे हैं। एमआईटी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट, पुणे द्वारा आयोजित ‘नेशनल लेजिस्लेटिव असेंबली’ का आयोजन 15 से 17 जून तक मुंबई के बीकेसी गो सेंटर में किया जा रहा है।
पूर्व महापौर चेतन गावंडे और एमआईटी राष्ट्रीय सरपंच संसद के मुख्य समन्वयक योगेश पाटिल ने मीडिया प्रतिनिधियों को बताया कि ये विधायक इसी मकसद से एकत्रित हो रहे हैं. यह भी कहा गया कि यह सम्मेलन भारत की सभी विधान सभाओं और विधान परिषदों के अध्यक्षों और अध्यक्षों के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।
नेशनल लेजिस्लेटिव कांफ्रेंस में जुटने वाले सभी दलों के ये विधायक एक ही मंच पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे. इस बीच राज्य के सभी दलों के विधायक इस बैठक में शामिल हों और लोकतंत्र को मजबूत करने में अपना योगदान दें. राष्ट्र निर्माण, राष्ट्रीय एकता एवं राष्ट्रीय सर्वांगीण सतत विकास अथवा मध्यवर्ती त्रिसूत्री के मुख्य उद्देश्य से आयोजित इस सम्मेलन का उद्घाटन 16 जून को होगा तथा सम्मेलन का समापन 17 जून को होगा.
इसके अलावा 40 समानांतर सत्र और गोलमेज सम्मेलन भी होंगे। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, डॉ. मीरा कुमार, शिवराज पाटिल चाकुरकर, मनोहर जोशी और लोकसभा के वर्तमान अध्यक्ष ओम बिरला इस बैठक के मार्गदर्शक और आयोजक हैं। एमआईटी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट के संस्थापक अध्यक्ष राहुल विश्वनाथ कराड के दिमाग की उपज ‘राष्ट्रीय विधानमंडल सम्मेलन, भारत’ की अवधारणा की कल्पना की गई थी। वे इस सम्मेलन के मुख्य संयोजक एवं समन्वयक हैं।