छत्तीसगढ़

जिले में मोबाईल वेटनरी यूनिट सेवा शुरू, लाखों पशुपालक होंगे लाभान्वित-टोल फ्री नम्बर 1962 जारी

(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर : राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पशुओं और गौवंश की सेहत का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में पशुओं के घर पहुंच उपचार के लिए गौवंश मोबाईल चिकित्सा यूनिट शुरू की गई है। इसी क्रम में कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के मार्गदर्शन में जिले के मस्तूरी, एवं बिल्हा विकासखण्ड मे मोबाईल वेटनरी यूनिट की सेवा शुरू करने के बाद आज विकासखण्ड तखतपुर और कोटा मे भी मोबाईल वेटनरी यूनिट की सेवा प्रारंभ हो गई है।

मस्तूरी विकासखण्ड के ग्राम पोड़ी, धनिया एवं बिल्हा विकासखण्ड के ग्राम मंगला और कनेरी में पहुंच कर इस यूनिट से गौवंशीय पशुओं का इलाज किया गया और गौठान में मोबाईल यूनिट के माध्यम से पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण का शुभारंभ किया गया। जिले में कोई भी पशुपालक अपने पशुओं के बीमार होने पर इस मोबाईल वेटनरी यूनिट के माध्यम से बीमार पशुओं के इलाज करवा सकेंगे।

मोबाईल वेटनरी यूनिट में पशुओं के चिकित्सक के साथ सहयोगी अमला भी मौजूद रहेंगे। हर विकासखण्ड के लिए एक मोबाईल पशु चिकित्सा इकाई आबंटित की गई है, जिसका संचालन रोस्टर के आधार पर विकासखण्ड के हर गांव और गौठान तक पहुंचाने के लिए किया जाएगा।

मोबाईल यूनिट सुबह 8 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक संचालित की जाएगी, जिसका लाभ कोई भी ग्रामीण कृषक एवं पशुपालक ले सकता है। इसके साथ ही जरूरत होने पर मोबाईल वेटनरी यूनिट वाहन के द्वारा दवाईयों और वैक्सीन आदि भी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ ही मोबाइल वेटनरी मे पशुओं के टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान की भी व्यवस्था रहेगी।

पशु विभाग के संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवायें डॉ. जीएसएस तंवर ने बताया कि जिले के चारों विकासखण्डों में विकासखण्ड नोडल अधिकारी एवं जिला स्तर पर भी जिला मोबाईल यूनिट नोडल अधिकारी नामांकित किये गये हैं। जिले के रोस्टर के अनुसार जिले में लगने वाले हाट बाजार को ध्यान मे रख कर बनाया गया है।

जिसमें पूर्व से मुनादी कर वाहन में लगे टीवी के द्वारा सरल भाषा में योजनाओं की चलचित्र से योजनाओं का प्रचार-प्रसार कराया जाएगा। साथ ही वाहन में उपलब्ध प्रयोगशाला से बीमार पशुओं के रक्त एवं गोबर नमूने जांच कर तत्काल ईलाज की व्यवस्था है।

मोबाईल वेटनरी यूनिट के संचालन के लिए राज्य स्तर पर कॉल सेंटर भी स्थापित किया गया है। जिसका टोल फ्री नंम्बर 1962 है। जिस पर कॉल करके पशुपालक अपना पता और लोकेशन बता कर बीमार पशुओं के इलाज के लिए इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे। प्रतिदिन सुबह 8 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक यह कॉल सेंटर संचालित रहेगा।

इस कॉल सेंटर से पशुपालकों को पशुधन विकास और पशु स्वास्थ्य संबधी गतिविधियों की जानकारी भी दी जाएगी। मोबाईल वेटनरी यूनिट मे जीपीएस सिस्टम भी लगाया गया है, जिससे राज्य स्तर पर मोबाईल यूनिट का ऑनलाईन रियल टाईम लोकशन भी प्राप्त किया जा सकता है। निश्चित ही पशु सेवा और उन्हें पहुंचाई जाने वाली सेवाओं के लिए यह मील का पत्थर साबित होगी।

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