ईद पर ‘दुर्गा’ बनीं नदीम अली की बेटी रिम्शा, पुजारी ने देवी की तरह की पूजा
(शशि कोन्हेर) : ईद उल अजहा के मौके पर हुई अहम पूजा और रिम्शा नाम की छोटी सी बच्ची दुर्गा मां के रूप में पूजी गई। आयोजन पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में हुआ, जहां आयोजकों हर साल होने वाली अहम पूजा के लिए ईद का दिन चुना। आयोजकों का कहना है कि राम नवमी पर हुई राज्य में हिंसा के चलते हमें इस बार कुछ अलग सोचना पड़ा।
गुरुवार को जब नदीम अली और संजिदा की बेटी रिम्शा घर से तैयार होकर निकलीं, तो सभी की नजरें उनपर थीं। साड़ी और आलता से रंगे छोटे-छोटे हाथों और पैरों के साथ रिम्शा खुटी पूजा में शामिल होने के लिए जा रही थीं। दरअसल, खुटी पूजा को राज्य में दुर्गा पूजा की तैयारियों का शुरुआत माना जाता है, जिसका आगाज पंडाल के काम से होता है।
यहां पुजारी ने उनकी दुर्गा के अवतार के रूप में पूजा की। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उत्तरी कोलकाता में इस पूजा के आयोजक बारनगर फ्रेंड्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय घोष बताते हैं, ‘राज्य में राम नवमी के दौरान हुई हिंसा ने हमें अलग तरह से सोचने पर मजबूर कर दिया।’ 75वें साल हो रही इस पूजा का आयोजन सिंथी में हुआ, जिसमें सभी समुदाय के लोग पहुंचे।
सिंथी में दर्जी का काम करने वाले अली कहते हैं कि कुछ दिनों पहले घोष इस प्रस्ताव के साथ मेरे पास आए थे, जिसे सुनकर वह काफी खुश हुए। उनकी पत्नी संजीदा भी इससे खुश थीं। गुरुवार सुबह मस्जिद में नमाज अदा करने के बाद अली पूजा में शामिल होने के लिए निकल गए। वहीं, संजीदा कहती हैं कि ईद की चलते व्यस्तता थी, लेकिन दोपहर तक वह भी मंदिर पहुंच गईं थीं। इधर, पुजारी भी पूजा का हिस्सा बनकर काफी खुश हैं।