नामदेव समाज ने बसंत पंचमी पर गुरु नामदेव का पुण्य स्मरण किया…..
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – संत शिरोमणि नामदेव महाराज जी आज ही के दिन अपने गुरू बिसोवा खेचर जी से ज्ञान प्राप्त किया था वह दिन बसंत पंचमी थी इसलिए संत नामदेव जी के अनुयाई पूरे भारत में संत नामदेव जी महाराज के ज्ञानोदय दिवस के रूप में मनाते हैं उक्त बातें नामदेव समाज के वरिष्ठ समाजसेवी अखिल भारतीय नामदेव क्षत्रिय महासंघ नई दिल्ली राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं श्री नामदेव समाज विकास परिषद छत्तीसगढ़ के प्रमुख संरक्षक ज्वाला प्रसाद नामदेव ने श्री नामदेव समाज विकास परिषद के प्रबुद्ध एवं सक्रिय सामाजिक बंधुओं द्वारा आयोजित श्री राम सहाय दर्जी मंदिर गोडपारा एवं संत नामदेव भवन नूतन कॉलोनी चौक सरकंडा में स्थापित संत नामदेव भगवान विट्ठल देवी रुक्मणी जी की प्रतिमा की पूजा अर्चना एवं आरती कार्यक्रम दौरान उपस्थित सामाजिक बंधुओं को संबोधित करते हुए कहीं। श्री नामदेव ने कहा कि संत नामदेव विश्व के महान संतों में से एक थे वे बाल्य काल से ही भक्ति भाव में लीन रहते थे भगवान विट्ठल केवे परम भक्त थे अपनी भक्ति भाव से भगवान विट्ठल के साक्षात दर्शन किए भगवान विट्ठल संत नामदेव जी के हाथों से भोजन ग्रहण किया जब तक वे भगवान विट्ठल जी को भोजन नहीं कराते थे तब तक वे स्वयं भोजन ग्रहण नहीं करते थे। उनके अनेक चमत्कार आज भी विराजमान है। उन्होंने अपने भक्ति मार्ग के माध्यम से भारत के अनेक राज्यों में भ्रमण कर राष्ट्र एवं समाज को एक सूत्र में बांधने का काम किया। श्री नामदेव ने समाज के सभी सामाजिक बंधुओं से संत नामदेव जी के आदर्शों एवं उनके बताए मार्गो चलने का संकल्प लेने का आवहान किया।
इसी कड़ी में नामदेव समाज के वरिष्ठ समाजसेवी श्री नामदेव समाज विकास परिषद छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ प्रांतीय उपाध्यक्ष शिव कुमार वर्मा एवं जगन्नाथ प्रसाद नामदेव ने संत नामदेव जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश में संत नामदेव जी के जीवन पर अनेक ग्रंथों में उनके वचन दोहे भजन आज भी अंकित है तथा देश के कोने कोने में संत नामदेव जी को मानने वाले बड़ी संख्या में मानते आ रहे हैं। संत नामदेव जी वारकरी यात्रा महाराष्ट्र में प्रारंभ की थी। पंढरपुर मैं हर साल होने वाली यह यात्रा विश्व की आज सर्वाधिक लोकप्रिय एवं धार्मिक यात्रा कहलाती है। जिसमें देश के कोने कोने से संत नामदेव जी को मानने वाले उनके अनुयाई इस यात्रा में शामिल होते हैं। उनके द्वारा चालू की गई यह यात्रा अनवरत आज भी जारी है संत नामदेव जी के अभंग गुरु ग्रंथ साहिब में उल्लिखित है। संत नामदेव जी के अनेक चमत्कार लोगों ने देखे हैं। ऐसे कोई बिरले संत अगर भारत में हुए हैं तो वे श्री संत नामदेव महाराज ही हुए हैं आज ही के दिन बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर संत नामदेव जी का ज्ञानोदय दिवस पूरे भारत में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है आज 5 फरवरी शनिवार बसंत पंचमी के पावन पर्व पर संत शिरोमणि नामदेव महाराज जी के ज्ञानोदय दिवस पर श्री राम सहाय दर्जी मंदिर गोड़पारा एवं संत नामदेव भवन चौक सरकंडा आयोजित ज्ञानोदय दिवस के शुभ अवसर पर संत नामदेव जी भगवान विट्ठल देवी रुक्मणी जी की पूजा अर्चना एवं आरती में बड़ी संख्या मैं समाज के सामाजिक बंधु उपस्थित हुए उपस्थित सभी सामाजिक बंधुओं ने समाज की एकता को और मजबूत बनाने के लिए संकल्प लिया।
कार्यक्रम का संचालन आलेख वर्मा ने किया आभार व्यक्त श्री नामदेव समाज विकास परिषद जिला शाखा बिलासपुर वरिष्ठ उपाध्यक्ष संतोष नामदेव ने किया। इस अवसर पर ज्वाला प्रसाद नामदेव, शिव कुमार वर्मा, शंकर प्रसाद वर्मा, जगन्नाथ प्रसाद नामदेव, एनपी नामदेव, कमल किशोर वर्मा, राजकुमार चौधरी, संतोष नामदेव, उमेश नामदेव, शिवराम चौधरी, गणेश नामदेव, राजेश्वर नामदेव, अजय वैद्य, शरद श्रीवास्तव, श्रवण श्रीवास्तव, बृज किशोर चौधरी, राजकुमार श्रीवास्तव, आलेख वर्मा,अनिल वर्मा, अरुण नामदेव, सास्वत श्रीवास्तव, रितेश नामदेव, श्रीमती सुधा नामदेव, श्रीमती साधना नामदेव, श्रीमती सुषमा नामदेव श्रीमती तरूणा नामदेव,श्रीमती विनीता वैद्य और सहित बड़ी संख्या में समाज के स्वजातीय बंधु उपस्थित थे।