गदर 2, कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्मों पर बिफरे नसीरुद्दीन शाह, कहा- देखी नहीं, लेकिन मुझे पता है..
(शशि कोन्हेर) : सिनेमाघरों में ‘गदर 2’ एक महीने बाद भी लगी हुई है और फिल्म ने 500 करोड़ से अधिक का कलेक्शन कर लिया है। सनी देओल की इस फिल्म की सभी लोगों ने तारीफ की है, लेकिन दिग्गज अभिनेताा नसीरुद्दीन शाह इसकी सफलता से खुश नहीं नजर नहीं आए और आलोचना की।
उन्होंने केवल ‘गदर 2’ ही नहीं, ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द केरल स्टोरी’ की सफलता को भी विचलित करने वाला बताया है। नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि सुधीर मिश्रा, अनुभव सिन्हा और हंसल मेहता जैसे अच्छे डायरेक्टर्स हैं, लेकिन उनकी फिल्में नहीं देखी जा रही हैं। नसीरुद्दीन शाह उन डायरेक्टर्स से हिम्मत नहीं हारने और कहानियां सुनाते रहने की गुजारिश की है।
फिल्म बनाने का उद्देश्य बदला
नसीरुद्दीन शाह 17 साल बाद निर्देशक के तौर पर वापसी कर रहे हैं। इतने लंबे ब्रेक के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने फ्री प्रेस जर्नल से बात करते हुए कहा कि मैं बुरी फिल्म बनाने के सदमे से उबरने की कोशिश कर रहा था। उनसे पूछा गया कि क्या बॉलीवुड में फिल्म बनाने का उद्देश्य बदल गया है तो इस पर वह कहते हैं।
हां, अब आप जितने अधिक अंधराष्ट्रवादी होंगे आप उतने ही अधिक लोकप्रिय होंगे क्योंकि यही इस देश पर शासन कर रहा है। अपने देश से प्यार करना काफी नहीं बल्कि इसके बारे में ढोल पीटना और काल्पनिक दुश्मन पैदा करना जरूरी हो गया है। इन लोगों को यह एहसास नहीं है कि वे जो कर रहे हैं वह नुकसानदायक है।’
कुछ डायरेक्टर्स की सराहना की
वह आगे कहते हैं, ‘असल में द केरल स्टोरी और गदर 2 जैसी फिल्में मैंने नहीं देखी हैं, लेकिन मुझे पता है कि वे किस बारे में हैं। यह परेशान करने वाली बात है कि द कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्में इतनी पॉपुलर हैं। वहीं सुधीर मिश्रा, अनुभव सिन्हा और हंसल मेहता की बनाई फिल्में हैं जो सच्चाई को दिखाने की कोशिश हैं लेकिन वे नजर नहीं आतीं। यह जरूरी है कि ये फिल्ममेकर हार ना मानें और कहानियां बनाते रहें।’
‘आने वाली पीढ़ी के लिए जरूरी’
नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ‘वे आगे आने वाली पीढ़ी के लिए जिम्मेदार होंगे। सौ साल बाद लोग भीड़ देखेंगे और गदर 2 भी देखेंगे। साथ ही वे देखेंगे कि कौन सी फिल्म हमारे समय की सच्चाई को प्रस्तुत करती है क्योंकि फिल्म ही एकमात्र जरिया है जो ऐसा कर सकती है।’