5 लाख के इनामी नक्सली कमांडर ने किया आत्मसमर्पण, 25 साल बाद छोड़ा हिंसा का रास्ता…..
कोंडागांव में छत्तीसगढ़ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। 5 लाख के इनामी नक्सली कमांडर कमलदास ने सरेंडर कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया है। कमलदास उत्तर बस्तर डिविजन की टेक्निकल टीम एरिया कमेटी में कमांडर के पद पर कार्यरत था। सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई और नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर उसने यह कदम उठाया।
पुलिस के अनुसार, कमलदास का नक्सली संगठन में 25 साल का लंबा इतिहास रहा है। वह 1998 से जनमिलिशिया सदस्य के रूप में संगठन से जुड़ा था। इसके बाद उसने अलग-अलग पदों पर काम किया, जिसमें टेक्निकल डिपार्टमेंट में हथियार बनाने और मरम्मत करने की जिम्मेदारी संभाली। वह कोंडागांव, कांकेर, नारायणपुर, बस्तर, दंतेवाड़ा और बीजापुर के सीमावर्ती इलाकों में कई मुठभेड़ों में शामिल रहा।
पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. के नेतृत्व में चलाए गए इस अभियान के तहत कमलदास को छत्तीसगढ़ की नक्सलवाद उन्मूलन नीति के तहत 25,000 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई है। सुरक्षाबलों की कड़ी कार्रवाई के चलते माओवादियों में भय का माहौल है, जिससे बड़ी संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं।