नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक में भारत को दिलाया पहला सिल्वर..
नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक की भालाफेंक स्पर्धा में 89.45 मीटर के सत्र के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ रजत पदक जीता। फाइनल में नीरज चोपड़ा की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और अपने पहले ही प्रयास में फाउल किया। नीरज थ्रो करने के बाद खुद को संभाल नहीं सके थे और लीगल लाइन से आगे निकल गए थे।
हालांकि दूसरे प्रयास में नीरज चोपड़ा ने वापसी की और 89.45 मीटर के थ्रो के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। ये उनका सीजन बेस्ट थ्रो रहा। दूसरी तरफ पाकिस्तान के अरशद नदीम ने गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया।
उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 92.97 मीटर का थ्रो करके ओलंपिक रिकॉर्ड तोड़ते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स तीसरे स्थान पर रहे।
पुरुष भाला फेंक फाइनल में हाईस्कोरिंग स्कोर देखने को मिला है। पहले राउंडर में करीब आठ से ज्यादा एथलीट ने 86 मीटर के ऊपर का थ्रो किया। नीरज का दूसरा थ्रो ही उनका एकमात्र वैध थ्रो रहा जिसमें उन्होंने 89.45 मीटर फेंका।
इसके अलावा उनके पांचों प्रयास फाउल रहे। भारत के नीरज चोपड़ा ने करीब दो बार अपने खुद के थ्रो को फाउल किया। क्योंकि वह थ्रो से संतुष्ट नहीं थे। पांचवें थ्रो में वह फिर अपने आपको संभाल नहीं सके और लाइन से बाहर चले गए।
इसके साथ ही पेरिस ओलंपिक में भारत के कुल पांच पदक हो गए हैं। भारत ने तीनकांस्य पदक शूटिंग में, हॉकी में ब्रॉन्ज मेडल और ट्रैक एंड फील्ड में सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
वहीं नदीम ने नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए दूसरा थ्रो ही 92.97 मीटर का लगाया। उन्होंने छठा और आखिरी थ्रो 91.79 मीटर का लगाया। पाकिस्तान का 1992 बार्सीलोना ओलंपिक के बाद यह पहला ओलंपिक पदक है।
नीरज चोपड़ा स्वतंत्रता के बाद दो व्यक्तिगत ओलंपिक पदक जीतने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। स्वतंत्रता के बाद बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू (एक रजत और एक कांस्य), पहलवान सुशील कुमार (एक रजत और एक कांस्य) और निशानेबाज मनु भाकर (दो कांस्य) ही भारत के लिए दो ओलंपिक पदक जीत पाए हैं।