ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र निर्माण में लापरवाही कागजों में हो रहा संचालन
(मुंन्ना पाण्डेय) : लखनपुर+(सरगुजा) : स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत लाखों रुपए खर्च कर कराया जा रहा ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र निर्माण में जंप क्षेत्र के कई ग्राम पंचायतों में भारी लापरवाही देखने मिल रही है। जानकारी के मुताबिक लखनपुर विकास खंड क्षेत्र के तकरीबन 11 ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन एव मनरेगा के तहत 12 लाख रुपये लागत से ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र में शेड सहित अन्य कार्य कराया जा रहा है। ताकि केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत मिशन योजना को हकीकी रूप दिया जा सके।
लेकिन सम्बधित विभाग के जिम्मेदार अधिकारीयों के घोर लापरवाही एवं जनप्रतिनिधियों के अनदेखी के कारण पंचायतों में 12 लाख रूपये से बनने वाले अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र निर्माण कार्य आज पर्यंत मुकम्मल नहीं हुआ ।और जहां पूर्ण हो चुकी है वहां पांच-छह साल बीत जाने के बाद अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र का कोई उपयोग नहीं हो रहा है। ग्राम वासियों को इन अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र का उपयोग कैसे किया जाना है के बारे में मालूम नहीं होने कारण अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र शो पीस बने पंचायत का शोभा बढ़ाते हुए फकत कागजों में ही संचालित हो रहे हैं।
*मनरेगा के तहत बने शेड कही पूरा, तो कहीं अधूरा है ,जहां पूरा हुआ है उसका संचालन भगवान भरोसे*
जानकारी से यह भी पता चला है कि विकासखंड में 2 ग्राम पंचायतों में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत 12 लाख रूपये लागत से ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन शेड निर्माण कार्य स्वीकृत कर निर्माण कार्य प्रारम्भ किया गया जिसमें पूहपुटरा ग्राम पंचायत में पूर्ण हो जाने के बाद संचालन कागजों में हो रहा है, इसी कड़ी में ग्राम पंचायत ईरगवा में अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र शेड निर्माण कार्य आज पर्यंत अधूरा पड़ा हुआ है ।
*लखनपुर क्षेत्र के कई शेड है पूरा ,मगर संचालन कागजों में*
प्राप्त जानकारी अनुसार जंप क्षेत्र में स्वच्छ भारत मिशन के तहत अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र बनाने वर्ष 2017-18 में 12 लाख राशि स्वीकृत होने के बाद ग्राम पंचायत सलका ,गोरता, में निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद भी आज पर्यंत केन्द्र का संचालन सुचारू ढंग से नहीं हो रहा है बल्कि अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र कागजों में संचालित हो रहा है। इसी तरह वर्ष
2019- 20 में अपशिष्ट प्रबंधन शेड निर्माण कार्य ग्राम पंचायत अंधला, लहपटरा, कटिंदा, पोतका, कोरजा, नरकालो, में शेड बनकर तैयार हो गया है लेकिन अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र का कोई उपयोग नहीं किया जा रहा है। निम्हा ग्राम पंचायत में आज भी निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। मौजूदा वक्त में जंप क्षेत्र के ग्राम पंचायतों में
स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनने वाले ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र शेड निर्माण का कार्य भगवान भरोसे पड़ा हुआ है। कई शैड निर्माण काफी घटिया स्तर का कराये जाने की भी बात सामने आ रही है ।
तथ्यों से पता चलता है कि जिन ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र बनाने की स्वीकृति 7 साल पहले मिली थी उन कार्यों को वर्तमान में पूर्ण कराया गया है तथा वर्तमान में जिन ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र की स्वीकृति मिली है उन निर्माण कार्यों को पूर्ण बता कर अपशिष्ट केन्द्रो का संचालन कई ग्राम पंचायतों में मात्र कागजों में हो रहा है वर्तमान में बन रहे शेड तथा उसके संचालन का कोई अता पता नहीं है ।
इस संबंध में ग्राम पंचायत सलका के सचिव अनिल गुप्ता के द्वारा बताया गया कि वर्तमान में निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है कचरा उठाने का साइकिल लेने के पश्चात आगे की कार्य संचालित होगी
ग्राम पंचायत गोरता सरपंच प्रतिनिधि पंचराज ने बताया निर्माण कार्य पूर्ण होने के पश्चात कचरा उठाने वाली साइकिल लेने के बाद कार्य आगे बढ़ सकेगा।
नरकालो ग्राम पंचायत ठोस अपशिष्ट केन्द्र बदहाल अपने हाल पर आंसू बहा रहा है लेकिन सचीव राजेंद्र टोप्पो का कहना है साइकिल खरीदने की प्रक्रिया चल रही है।
अधूरे निर्माण कार्य के बारे में ईरगवा सरपंच पहलाद ने बताया कि निर्माण कार्य काफी पुराना है तथा अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र का पर निर्माण सही जगह पर नहीं हुआ है पूर्ण कराए जाने राशि की जरूरत है
इस संबंध में खंड स्वच्छता अधिकारी अविनाश राज सिन्हा के पास दूरभाष के माध्यम से संपर्क किया गया संपर्क नहीं हो पाने के कारण उनका पक्ष नहीं रखा जा सका।
इस संबंध में जनपद सीईओ वेद प्रकाश पांडेय से संपर्क किए जाने पर उनके के द्वारा कहा गया कि जनपद ऑफिस में आकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
बहरहाल जंप क्षेत्र में स्वच्छ भारत मिशन के तहत कराये गये ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र में भारी लापरवाही बरती गई है यदि इन अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र शेड की सुक्ष्म एवं निष्पक्ष जांच प्रशासन स्तर से किया जाये तो सच्चाई खुदबखुद सामने आ जायेगी।