ना खनिज विभाग का डर ना जिला प्रशासन की चिंता, नया घाट बनाकर धड़ल्ले से हो रही रेत की अवैध खुदाई….
(भूपेंद्र सिंह राठौर) : बिलासपुर – जिला प्रशासन को धता बताते हुए बिलासपुर शहर के अंदर चंद लोगों अरपा नदी में नया घाट बनाकर रेत की अवैध खुदाई और परिवहन का काम धड़ल्ले से कर रहे है। इन रेत माफिया को खनिज विभाग का जरा सा भी डर नही है। दिनदहाड़े शहर के बीचों बीच इनका काम जारी है।
बिलासपुर जिले की जीवन दायनि अरपा नदी से रेत माफिया धड़ल्ले से अवैध उत्खनन का कारोबार संचालित कर रहे हैं। खनिज विभाग के अधिकारी से रेत माफियाओं को मिल रहे संरक्षण के कारण अरपा नदी से रेत का दोहन किया जा रहा है और नियमों को ताक में रख कर माफिया घड़ल्ले के साथ रेत उत्खनन और परिवहन कर रहे हैं। चिंगराजपारा में कुछ नेताओ और रसूखदार लोगो की शह पर दिनदहाड़े रेत का अवैध खनन कर परिवहन किया जा रहा हैं। इन्हें खनिज विभाग के अधिकारियों का जरा सा भी डर नही है। सुबह से लेकर शाम तक सैकड़ों टेक्टर ट्राली रेत का परिवहन यहां से किया जा रहा है। जिसका विरोध पार्षद के साथ वार्डवासियों ने किया है,लेकिन यह काम निरंतर जारी है। जब हमारी टीम मौके पर पहुँची तो ट्रैक्टर ट्रालियों में रेत भर रहे लोगो ने बताया कि मटेरियल सप्लाई वाले लोगो की गाड़ियां यहाँ लगती है, जो चोरी का रेत निकालकर लोगो को महंगे दामो में बेच रहे है।
सूत्रों की माने तो रसूखदार और स्थानीय जनप्रतिनिधि इसके लिए बाकायदा माइनिंग विभाग के कुछ अफसरों को मंथली भी देते है। बदले में माइनिंग विभाग ने रसूखदारों को अरपा नदी से रेत की खुदाई और बड़े पैमाने पर उसकी खुलेआम बिक्री का गिफ्ट दिया है। सवाल यह उठता है कि शहर के बीच खुलेआम हो रही रेत की अवैध खुदाई और परिवहन के इस गोरखधंधे पर खनिज विभाग के अधिकारियों की नजर क्यों नहीं पड़ रही।