कभी भेदभाव नहीं; कांग्रेस सरकार के उपमुख्यमंत्री ने खुलकर की पीएम मोदी की तारीफ
(शशि कोन्हेर) : तू-तू और मैं-मैं की राजनीति के बीच ऐसा कम ही देखना को मिलता है कि विरोधी दलों के नेता एक-दूसरे की सार्वजनिक मंचों से तारीफ करें। बात जब कांग्रेस और भाजपा नेताओं की हो तो यह और भी दुर्लभ है। हालांकि, गुरुवार को ऐसा एक दृश्य जरूर दिखा जब छत्तीसगढ़ के लिए कई सौगत लेकर पहुंचे पीएम मोदी की कांग्रेस सरकार में उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने खुलकर तारीफ की। उन्होंने मंच से कहा कि पीएम मोदी ने राज्य के साथ कभी भेदभाव नहीं किया और जब जिस बात की मांग की गई उसे केंद्र सरकार की ओर से पूरा किया गया।
पीएम मोदी ने विधानसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ में गुरुवार को लगभग 6350 करोड़ रुपये की रेल परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने प्रधानमंत्री ने ‘सिकल सेल रोग’ की जांच की गई आबादी के बीच एक लाख सिकल सेल परामर्श कार्डों का भी वितरण किया। इस दौरान मंच पर छत्तीसगढ़ सरकार के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव भी मौजूद थे। गर्मजोशी से पीएम मोदी का स्वागत करने के बाद उन्होंने खुलकर तारीफ भी की।
टीएस सिंहदेव ने कहा, ‘मेरा सौभाग्य है कि छत्तीसगढ़ की धरती पर श्रद्धेय प्रधानमंत्री जी की अगुआनी का अवसर मिला। छत्तीसगढ़ में सर आपका बहुत-बहुत स्वागत है। आज आप देने आए हैं। बहुत सारी चीजें देते रहे हैं, और देते रहे हैं और भविष्य में भी मिलती रहेंगी ऐसा मेरा विश्वास है।’ सिकल सेल रोगियों को लेकर हुए काम को लेकर उन्होंने कहा, ‘छत्तीसगढ़ में हर 10 में से एक व्यक्ति सिकल सेल से ग्रसित है। ये आदिवासी और पिछड़े वर्ग के भी है। इनके लिए केंद्र सरकार की ओर से ध्यान आकर्षित करके जो काम हो रहा है, हमारे संविधान के संघीय ढांचे में केंद्र सरकार के मार्गदर्शन में, राज्य अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए सदैव काम करते रहा है।’
टीएस सिंहदेव मंच से खुलकर कहा कि पीएम मोदी ने कभी राज्य सरकार के साथ भेदभाव नहीं किया और हर मांग पूरी की। उन्होंने कहा,’मैं यह कहने से भी नहीं चूकना चाहूंगा कि मेरे अनुभव में मैंने भेदभाव महसूस नहीं किया। राज्य से, यदि हम लोगों ने काम किया और मांगा तो बतौर हक, बतौर साथी, केंद्र सरकार से कभी हाथ तंग नहीं रहे। मेरा विश्वास है कि इस देश को और प्रदेश को हम मिलकर आगे बढ़ाते रहेंगे।’ टीएस सिंहदेव की ओर से भेदभाव को नकारे जाने की बात इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि कांग्रेस और विपक्ष के अन्य दल केंद्र सरकार पर भेदभाव और परेशान किए जाने का आरोप लगाते रहे हैं।