नीतीश को नोबेल पुरस्कार मिले’- बिहार विधानसभा में मंत्री ने रखा इस मांग का प्रस्ताव, सदन से विपक्ष था नदारद
(शशि कोन्हेर) : बिहार में सवा करोड़ से अधिक जीविका दीदियों को विभिन्न रोजगार से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नोबेल पुरस्कार दिए जाने का प्रस्ताव भेजने की मांग उठी।
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार द्वारा 2023-24 के बजट पर विभागवार सामान्य वाद-विवाद के बाद सरकार के जवाब में जीविका (बिहार ग्रामीण आजीविका संवर्धन समाज) दीदियों के उत्थान के लिए की गई पहल को गिनाने के बाद जल संसाधन मंत्री संजय झा ने शुक्रवार को विधान परिषद में सदन के समक्ष यह मांग रखी।
विपक्ष की अनुपस्थिति में संजय झा ने सभापति देवेश चंद्र ठाकुर से अनुमति लेकर सदन के समक्ष नोबेल पुरस्कार का प्रस्ताव रखा।
इसके बाद सत्ता पक्ष के सदस्यों ने मेज थपथपाकर झा के प्रस्ताव का स्वागत किया। इसके बाद झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समाधान यात्रा के दौरान जिलों में जीविका दीदियों ने जिस आत्मविश्वास के साथ अपनी बातें रखीं, वह सराहनीय था।
उन्होंने जीविका दीदियों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में स्वावलंबन के लिए किए जा रहे कार्यों की ओर भी सदन का ध्यान आकृष्ट किया। गौरतलब है कि वर्तमान में दस लाख समूह के जरिए सवा करोड़ से अधिक जीविका दीदियां जुड़ी हुई हैं।
मुख्यमंत्री ने बिहार-दैट वाज एंड नाऊ काफी टेबल बुक का विमोचन किया
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा स्थित अपने कार्यालय कक्ष में शुक्रवार को प्रसिद्ध छायाकार रघु राय और उनकी पत्नी उषा राय द्वारा बिहार को समग्रता में प्रदर्शित करने वाली तस्वीरों के संकलन वाला काफी टेबल बुक बिहार-दैट वाज एंड नाऊ का लोकार्पण किया।