कलेक्ट्रेट के ठीक सामने हुई चाकूबाजी के मामले में अभी तक नहीं हुई कोई गिरफ्तारी..? पुलिस की सुस्त चाल….उठ रहे कई सवाल
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। शहर की सड़कों पर रोज रात को गश्त करने वाली पुलिस, ठीक कलेक्ट्रेट के सामने प्रॉपर्टी विवाद को लेकर दिनदहाड़े हुई चाकूबाजी के आरोपियों को पकड़ने के मामले में अभी तक केवल हवा में ही हाथ पैर मार रही है। आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट होने के बाद भी अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं होने से शक की सुई पुलिस की ओर इशारा कर रही है। कलेक्ट्रेट के सामने कम्पोजिट बिल्डिंग परिसर में चाकूबाजी के कारण गंभीर रूप से घायल हुआ शेख शहजादा सिम्स में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। उसका भतीजा भी निजी अस्पताल में मौत से जंग लड़ रहा है।
पीड़ित के परिवार जनों का कहना है कि पुलिस इस मामले में पता नहीं क्यों “गो स्लो” की नीति अपनाए हुए हैं। बिलासपुर में चाकूबाजी की अनगिनत वारदातें होने के कारण शांति का टापू कहीं जाने वाली बिलासा नगरी अब अशांति की राजधानी बनती जा रही है। तकरीबन हर हिंसक वारदात के बाद पुलिस पर दबाव डालने वाली क्षुद्र राजनीति काबिल अधिकारियों के होते हुए भी पुलिस को कुछ भी करने नहीं दे रही। अगर ऐसा ही सिलसिला चलता रहा तो बिलासपुर को अशांत बनाने वाले अपराधियों के हौसले और अधिक बुलंद होते जाएंगे।