राजीव गांधी के शव का एक टुकड़ा भी नहीं मिला…आजम खान ने फिर दिया विवादित बयान
(शशि कोन्हेर) : अपनी भड़काऊ बयानबाजी से चर्चित सपा नेता आजम खान ने एक बार फिर विवादित बयानबाजी कर डाली। आजम खान ने कहा कि भगवान का बदला बहुत क्रूर है, कांग्रेस पर टिप्पणी करते हुए आजम ने कहा, राजीव गांधी का एक टुकड़ा भी नहीं मिला, जिसमें कभी सबसे अधिक सांसद थे।
आजम खान रामपुर नगर पालिका की अध्यक्ष पद की प्रत्याशी फातिमा जबी के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे। चुनाव प्रचार के दौरान आजम खान ने कहा, मैंने इंदिरा गांधी का जमाना देखा है। राजीव गांधी की सरकार में सबसे ज्यादा सांसद थे, लेकिन देखिए कैसे उनके शरीर का एक टुकड़ा भी नहीं मिला।
संजय गांधी जैसे लोग आसमान में उड़ते हैं लेकिन टुकड़ों में मिलते हैं, इसलिए एक बार सरकार बदलने के बाद एक बड़ी लाइन चिह्नित की जाएगी। चुनाव प्रचार के दौरान आजम खान ने भाजपा पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन के अनुभव और प्रशासन के समूचे तंत्र का जिक्र करते हुए कहा, 40-42 साल के राजनीतिक जीवन का यह अनुभव है, पता नहीं कब तवे से रोटी पलट जाए। सत्ता और पुलिस बदलेगी। जिन पुलिसवालों ने तुम्हारे घर के दरवाजे तोड़े हैं, और जिन्होंने तुम्हें ठोकरे मारी हैं, वे यहां खड़े होकर तुम्हे इस बूट से सलाम करेंगे।
….जब रामपुर में अचानक भीड़ पर भड़क गए आजम खान
यूपी निकाय चुनाव को लेकर आजम खान इन दिनों सपा प्रत्याशी के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। शनिवार को सपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां रामपुर में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। आजम ने भाजपा सरकार को आड़े हाथ लेते हुए सीएम योगी पर जमकर निशाना साधा था।
अस्सी फीट का चाकू लगाए जाने पर आजम ने कहा कि रामपुर की पहचान चाकू से थी, इस बदनामी की कालिख को उन्होंने चालीस साल की मेहनत से मिटाया था। अब फिर बहुत बड़ा चाकू देकर कलम छीन ली गई है। जनसभा में बोलते समय आजम खान अचानक भीड़ पर ही भड़क गए। आजम खान ने कहा, दूसरे को सुनने का सलीका नहीं रख सकते। भेड़ों की तरह कब तक जिओगे। इस मौके पर पूर्व विधायक विजय सिंह, राधेश्याम राही आदि रहे।
2017 के बाद आजम पर दर्ज हुए थे 90 से अधिक मामले
2017 में योगी सरकार आने के बाद सपा नेता आजम खान के खिलाफ 90 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे। नफरत फैलाने वाले भाषण मामले में तीन साल की सजा सुनाए जाने के बाद विधानसभा सचिवालय ने आजम खान की विधानसभा की सदस्यता को रद्द कर दिया था। आजम खान के खिलाफ अप्रैल 2019 में एक चुनावी जनसभा के दौरान रामपुर में तैनात प्रशासनिक अधिकारी, पीएम मोदी और सीएम योगी के खिलाफ टिप्पणी किए जाने को लेकर मामले दर्ज कराए गए थे।