सिर्फ गुजरात नहीं, सभी राज्यों को अपने बच्चे की तरह देखें प्रधानमंत्री- महाराष्ट्र से बड़े प्रोजेक्ट छिनने पर बोले मनसे चीफ राज ठाकरे
(शशि कोन्हेर) : महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने करोड़ों डॉलर की परियोजनाओं के महाराष्ट्र से बाहर जाने के लिए सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया है। राज ठाकरे ने कहा कि सिर्फ इसलिए कि प्रधानमंत्री गुजरात से हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें अपने राज्य को प्राथमिकता देनी चाहिए। यह उनके कद के अनुरूप नहीं है।
पिंपरी में डॉ डी वाई पाटिल विश्वविद्यालय और जगतिक मराठी अकादमी द्वारा आयोजित 18 वें जगतिक मराठी सम्मेलन में राज ठाकरे ने कहा, “प्रधानमंत्री को सभी राज्यों को अपने बच्चों की तरह व्यवहार करना चाहिए और उन्हें समान अधिकार दिया जाना चाहिए। सिर्फ इसलिए कि वह गुजरात से हैं इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें गुजरात को प्राथमिकता देनी चाहिए … यह उनके कद के अनुरूप नहीं है।”
हालांकि, एक साक्षात्कार सत्र के दौरान सवालों के जवाब में राज ठाकरे ने कहा, ‘महाराष्ट्र से बाहर जाने वाली एक या दो परियोजनाओं से राज्य पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि महाराष्ट्र सभी पहलुओं में समृद्ध है। यह कई मोर्चों पर कई राज्यों से आगे है। महाराष्ट्र के भाग्य के बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। यहां तक कि अगर हम जो कुछ भी है और उसकी रक्षा ही कर लेते हैं, तो भी हम दूसरों से आगे रहेंगे।”
दूसरी ओर, विपक्षी दलों ने राज ठाकरे के ‘महाराष्ट्र से बाहर जाने वाली एक या दो परियोजनाओं का राज्य पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा’ वाले बयान पर निशाना साधा। शिवसेना के सांसद विनायक राउत ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि राज ठाकरे ने बीजेपी की ‘सुपारी’ ले ली है। यह एक या दो परियोजनाओं के बारे में नहीं है … कम से कम पांच परियोजनाएं महाराष्ट्र से दूर चली गई हैं। राज्य के चुनावों को ध्यान में रखते हुए परियोजनाएं गुजरात में चली गईं … यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज ठाकरे इस तरह के बयान दे रहे हैं।”
मनसे प्रमुख का यह बयान पिछले साल के घटनाक्रम की ओर इशारा करती दिख रहा था। उस समय भारतीय खनन समूह वेदांता और ताइवान की विनिर्माण कंपनी फॉक्सकॉन के एक संयुक्त उद्यम के लिए गुजरात सरकार के साथ समझौता किया था। गुजरात सरकार राज्य में इन कंपनियों के साथ मिलकर अपना नया सेमी कंडक्टर यूनिट स्थापित करेगी। पीएम मोदी ने समझौते को “भारत की सेमी कंडक्टर विनिर्माण महत्वाकांक्षाओं को तेज करने वाला एक महत्वपूर्ण कदम” कहा था।
इसके बाद महाराष्ट्र में एक राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू हो गया था। विपक्षी दलों ने भारतीय जनता पार्टी और पीएम मोदी पर गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले परियोजना को महाराष्ट्र से बाहर ले जाने का आरोप लगाया था। इसी मामले में मनसे प्रमुख राज ठाकरे का नया बयान भी सामने आया है।