बिलासपुर

EXCLUSIVE : कल्याण के लाखों रुपए डकार गए अधिकारी, केंद्रीय जेल की कैंटीन में हुआ खेला…..

(आशीष मौर्य : बिलासपुर केंद्रीय जेल में 09/11/2016 मे बहुउद्देशीय जेल कर्मचारी कल्याण सहकारी समिति का गठन कर कैंटीन खोला गया था.यहां कैदियों के लिए जेल मैनुअल के अनुसार खाद्य सामग्री ,बिस्किट,मिक्चर,साबुन,गमछा, अंडर गारमेंट्स,सलाद के लिए टमाटर, खीरा,फल आदि की बिक्री होती थी. तत्कालीन जेल अधीक्षक एसएस तिग्गा के कार्यकाल में कैंटीन की शुरुआत हुई थी.

शुरू से ही अधिकारियों के द्वारा यह जानकारी दी जा रही थी कि, कैंटीन से बिकने वाली सभी सामानों से प्राप्त लाभांश की राशि का उपयोग कैदी और कर्मचारियों के कल्याण में खर्च किया जा रहा है.लेकिन वर्तमान जेल अधीक्षक खोमेश मांडवी के अनुसार लाभांश की राशि का उपयोग कभी भी कैदी और कर्मचारियों के कल्याण में हुआ ही नहीं. जो भी राशि आती थी उसका कोई भी आय व्यय का लेखा-जोखा भी जमा नहीं होता था.

मामला पूरा साफ है कि जो भी लाभांश की राशि आ रही थी इस अवैध समिति के पदाधिकारी व सदस्य डकार रहे थे.अब जब पूरे मामले का खुलासा हुआ तो वर्तमान जेल अधीक्षक खोमेश मंडावी ने कैंटीन में ताला लगवा दिया है. इसके बाद जेल आने वाले मुलाक़ाति बाहर से ज्यादा दाम में सामान खरीदने मजबूर है.

नवम्बर 2016 से अप्रैल 2024 तक चला खेल :- दरअसल यह पूरा खेल 2016 से चल रहा हैँ. बताया जा रहा है कि इस कैंटीन से रोजाना 60000 (साठ हजार )से 70000(सत्तर हजार )रुपए की सामानों की बिक्री होती थी. इसकी लाभांश की राशि का अंदाजा लगाया जाए तो,बीते 7 सालों में तत्कालीन जेल अधीक्षक और जेलर ने करीब 50 लाख रुपये डकार लिए.

जेल की कैंटीन,जहाँ 4 जेल कर्मियों की रोजाना रहती थी ड्यूटी :- जेल प्रांगण के भीतर कैंटीन का संचालन किया जा रहा था, और वहां रोजाना चार जेल के कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई जाती थी. कर्मचारियों के वेतन का भुगतान सरकार कर रही थी. और कैंटीन से आने वाले लाभांश की राशि तत्कालीन जेल अधीक्षक से लेकर जेलर और उनकी टीम के जेब मे जाता था.

वर्तमान जेल अधीक्षक खोमेश मंडावी ने कैंटीन में लगवाया ताला :- इस पूरी गड़बड़ी का खुलासा लोकस्वर टीवी न्यूज़ चैनल ने किया , जेल अधीक्षक खोमेश मंडावी ने कैंटीन में ताला लगवा दिया है.बताया जा रहा है कि बहुउद्देशीय जेल कर्मचारी कल्याण सहकारी समिति जिसके नाम से कैंटीन का संचालन किया जा रहा था उसकी फाइल भी गायब है.

एसएस तिग्गा और ए के वाजपेयी का कार्यकाल :- दरअसल जेल अधीक्षक के रूप में एसएस तिग्गा और जेलर ए के वाजपई का कार्यकाल काफी लंबा रहा है. एसएस तिग्गा जो कि वर्तमान में डीआईजी जेल है. उनकी बिलासपुर केंद्रीय जेल में पदस्थापना 26/11/14 से लेकर 03/09/19 तक रही, उसके बाद प्रभारी जेल अधीक्षक के रूप में एस के मिश्रा दिनांक 5/09/19 से लेकर 31/12/20 तक रहे,एसएस तिग्गा की बिलासपुर केंद्रीय जेल में दोबारा पदस्थापना 2/07/21 से 15/11/22 तक रही. वहीं इसी तरह जेलर ए के वाजपई का कार्यकाल 2014 से लेकर 2023 तक रहा.

बहुउद्देशीय जेल कर्मचारी कल्याण सहकारी समिति का नाम बदलने की तैयारी :- जानकारी के अनुसार बहुउद्देशीय जेल कर्मचारी कल्याण सहकारी समिति का नाम अब जेल कल्याण समिति रखा जाएगा, इसकी कागजी कार्रवाई भी हो चुकी है. प्रस्ताव जेल विभाग को भेजा जा रहा है. इसके साथ ही उसके नियमावली मे लाभांश की राशि को कैदी और कर्मचारियों के कल्याण में खर्च करने की भी बात लिखी गई है.

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