मुस्लिम देशों के संगठन OIC ने, फिर किया भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप..कहा… रामनवमी की शोभायात्रा में मुसलमानों को निशाना बनाना चिंताजनक
(शशि कोन्हेर) : इस्लामिक देशों के संगठन आई जेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन OIC ने एक बार फिर भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर अपने गैरजरूरी इरादों को उजागर किया है। मंगलवार को जारी बयान में ओवैसी ने कहा है कि भारत के कई राज्यों में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा हुई है। और अतिवादी हिंदुओं की भीड़ ने मदरसों के अलावा लाइब्रेरी को आग के हवाले किया है। ओवैसी ने बिहार के बिहार शरीफ में हुई हिंसा का हवाला दिया है।
ओवैसी महासचिव ने इन कथित उकसाने वाली हिंसक घटनाओं की निंदा करते हुए इसे इस्लामोफोबिया का ज्वलंत उदाहरण बताया है। यह कोई पहली बार नहीं है जब वॉइस की ने भारत में प्राची शुरू से मुसलमानों को लेकर जबरिया हस्तक्षेप करने की साजिश की है। ओवैसी ने कश्मीर के मामले में भी भारत पर समय-समय पर सवाल उठाए हैं। वहीं इसके पहले हरिद्वार में धर्म संसद और कर्नाटक में हिजाब विवाद तथा नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भी सवाल उठाए थे पूर्ण विराम भारत ने हर बार ओवैसी के बयानों को खारिज करते हुए इसे भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बताते हुए कहा है कि ओवैसी को इसका कोई अधिकार नहीं है।
ओवैसी इस्लामी क्या मुस्लिम बहुल देशों का संगठन है इसके कुल 57 देश सदस्य हैं। भारत मुस्लिम आबादी के लिहाज से शीर्ष 3 देशों में शामिल होने के बावजूद ओवैसी का सदस्य नहीं है। ओवैसी ने जब जब भारत के मामले पर बयान जारी किया है भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से उसे आड़े हाथों लेकर हमेशा खारिज किया जाता रहा है।