रेत माफिया के खिलाफ सामुहिक विरोध के आव्हान पर…शहर में ऐसा सन्नाटा क्यों है भाई..!
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। शहर के जुझारू कांग्रेस नेता और समाजसेवी श्री महेश दुबे टाटा महाराज बीते कुछ माह से अरपा नदी समेत पूरे जिले में रेत माफिया के अवैध उत्खनन को रोकने के लिए अपनी आवाज बुलंद किए हुए हैं। वैसे तो अरपा नदी और शहर की परंपराओं के लिए श्री महेश दुबे (टाटा महाराज) पहले से मुखर रहे हैं। लेकिन अरपा बेसिन विकास प्राधिकरण का मेंबर बनने के बाद उन्होंने जैसे रेत माफिया के खिलाफ एक जंग सी छेड़ दी है।
उन्होंने शहर में रहने वाले सभी जागरूक लोगों का आह्वान करते हुए अपील की है कि जहां कहीं भी रेत की अवैध खुदाई हो रही है। वहां लोग सामुहिक रुप से इकठ्ठा उसका विरोध करें। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि इस आव्हान के बाद भी बिलासपुर का न तो कोई संगठन और ना ही कोई पार्टी या नेता इस जंग में साथ आने के लिए आवाज उठाता दिखाई दे रहा है। और तो और श्री महेश दुबे के साथ में अरपा बेसिन विकास में प्राधिकरण के अन्य पदाधिकारी तथा सदस्यों ने भी इस मामले में अपने मुंह पर ताले जड़ रखे हैं।
इसी तरह बिलासपुर की तमाम राजनीतिक पार्टियां और अरपा नदी के नाम पर छाती पीट-पीटकर स्यापा करने वाले संगठनों ने भी अपने मुंह बंद कर रखे हैं। अरपा नदी को रोकने के लिए चल रही जंग में शामिल होने के आव्हान के बाद से शहर में फैला हुआ “सन्नाटा” वास्तव में आश्चर्यजनक है। अगर रेत माफिया के खिलाफ यह सन्नाटा ऐसे ही बना रहा एक दिन अरपा नदी का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा।