VIDEO : राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्ति पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने की टिप्पणी…यदि आप बबूल का पेड़ बोते हैं, तो आम कहाँ से प्राप्त कर सकते हैं?
(शशि कोन्हेर) : कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने पत्रकार वार्ता में मौजूद पत्रकारों से कहा…आपको 27 जुलाई 2013 का वह काला दिन भी याद होगा, जब राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच में देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह का अपमान किया था और अध्यादेश की कॉपी फाड़ दी थी, आज 10 साल बाद वह गलती बाधक बन गई है।
डॉ रमन सिंह ने कहा कि राहुल गांधी ने अपने अहंकार में बार-बार प्रधानमंत्री पद की गरिमा को धूमिल करने का काम किया है. चाहे श्री मनमोहन सिंह के अध्यादेश को फाड़ना हो या माननीय मोदी की जाति को लेकर टिप्पणी करना। उन्होंने कहां की जब आपने बबूल के पेड़ बोए हैं तो आम कहां से मिलेगा।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा कि”मोदी सरनेम पर की गई उनकी टिप्पणी न केवल अशोभनीय थी बल्कि एक विशेष वर्ग के लिए हानिकारक थी, इस मामले में सूरत जिला अदालत ने उन्हें दोषी ठहराया और अयोग्यता पर भारतीय संविधान अधिनियम के अनुच्छेद 101 के आधार पर दो साल के कारावास की सजा सुनाई। 2 साल अवधी की कारावास की सजा मिलने पर सांसद की संसद सदस्यता सीट स्वयं ही रिक्त हो जाती है।
उन्होंने राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त होने के बाद कांग्रेसी पार्टी पर अपरिमित शब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगाया। कांग्रेस राहुल गांधी का बचाव कर रही है जिन्होंने पिछड़े वर्ग की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से एक नजीर बनती है कि अनर्गल बयानबाजी को अपना अधिकार समझने वाले लोगों को इस फैसले से सीख लेनी चाहिए।