छत्तीसगढ़

भारतीय जैन संघठना के निःशुल्क दिव्यांग सेवा शिविर के दूसरे दिन, 15 दिव्यांगों को कृत्रिम हाथ पैर, 7 बैसाखियां
10 कैलिपर, एक व्हीलचेयर, तीन ट्राई साइकिल और 20 श्रवण यंत्र मशीन दी गई

(शशि कोनहेर) : दूसरे दिन 15 दिव्यांगों को कृत्रिम हाथ एवं पैर, 7 बैसाखी, 10 कैलीपर, 1 व्हीलचेयर, 3 ट्राई साइकिल एवं 20 दिव्यांगों को श्रवण यंत्र मशीन की गई प्रदान

बिलासपुर।  वसुधैव कुटुंबकम की अवधारणा  को आत्मसात करते हुए भारतीय जैन संघठना यह मानती है कि इस दुनिया में जितने भी लोग हैं सब एक परिवार की तरह हैं। यदि हमारे आसपास कोई दिव्यांगजन है, मतलब हमारे परिवार का वह सदस्य दिव्यांग है और अगर हमारे परिवार का कोई सदस्य दुखी है तो हम कैसे सुखी रह सकते हैं, अतः इसी गैप को पूरा करने के उद्देश्य से आयोजित निःशुल्क दिव्यांग सेवा शिविर का आज दूसरा दिन सफलतापूर्ण सम्पन्न हुआ। इस शिविर के आयोजन में भारतीय जैन संघठना बिलासपुर के सहयोगी हैं भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर एवं रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कारपोरेशन लिमिटेड।

आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिलासपुर के प्रसिद्ध समाजसेवी प्रवीण झा जी रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री दशा श्रीमाली स्थानकवासी जैन श्री संघ के अध्यक्ष भगवानदास जी सुतारिया, श्री जैन श्वेतांबर श्री संघ के अध्यक्ष जैनेंद्र डाकलिया, जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष सुरेंद्र मालू एवं श्री गुजराती समाज बिलासपुर के अध्यक्ष अरविंद भाग्यशाली जी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान महावीर के छायाचित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन से की गई। मंगलाचरण की प्रस्तुति सीए कविता मुनोत ने की।


झा जी ने कहा कि प्यासा कुंआ के पास जाता है लेकिन भारतीय जैन संगठना का यह आयोजन अपने आप में अनूठा है जहां कुआं प्यासे के पास जा रहा है। भारतीय जैन संघटना की यह पहल अपने आप में अनोखी है।

उन्होंने कहा कि जैसे लोग बद्रीनाथ, केदारनाथ, वैष्णोदेवी की यात्रा करते हैं लेकिन अपने घर के बगल में रहने वाले एक निस्सहाय या विकलांग व्यक्ति की मदद नहीं करते तो इस प्रकार की धार्मिक यात्रा या पूजा पाठ करने का क्या मतलब ? उन्होंने कहा कि भारतीय जैन संघठना बिलासपुर दिव्यांग सहायता शिविर एवं निःशुल्क चिकित्सा जांच एवं परीक्षण शिविर के माध्यम से जो मानव सेवा कर रही है वह सबसे बड़ा पुण्य है, अगर आप इस तरीके की मानव सेवा कर रहे हैं तो आपको किसी मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे या चर्च जाने की जरूरत नहीं है। ऐसी मानव सेवा करने का पुण्य किसी मंदिर, मस्जिद जाने के पूर्ण से ज्यादा है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेएस जो काम कर रही है अगर इसी तरीके के आयोजन हर समाज वाले करते रहे तो हमारे समाज को स्वच्छ समाज, स्वस्थ समाज, सफल समाज और सुखी समाज बनने से कोई नहीं रोक सकता क्योंकि आजकल शारीरिक रूप से विकलांग तो बहुत कम हैं, लेकिन आज के समय में शारीरिक विकलांगता से ज्यादा मानसिक विकलांगता समाज में फैली हुई है। इस तरह के आयोजन से लोगों की मानसिक विकलांगता भी दूर होती है।

निःशुल्क दिव्यांग सेवा शिविर के साथ ही आज से निःशुल्क चिकित्सा जांच एवं परामर्श शिविर का शुभारम्भ हुआ। इस श्रृंखला में आज पहले चिकित्सा जांच शिविर में निःशुल्क कैंसर जांच एवं परामर्श शिविर का आयोजन बाल्को मेडिकल सेंटर रायपुर के सहयोग से किया गया। बाल्को मेडिकल सेंटर की तरफ से डॉ. नूपुर प्रिया ने इस शिविर में अपनी सेवाएं दी। बाल्को मेडिकल सेंटर रायपुर से आए विपिन जी ने ने बताया कि बाल्को मेडिकल सेंटर द्वारा एक मोबाइल कैंसर डिटेक्शन वैन ली गई है, जिसमें मैमोग्राफी मशीन, थर्मल स्कैनिंग मशीन, मुख कैंसर परीक्षण से संबंधित मशीन एवं स्त्री रोग संबंधित परीक्षण किया जाता है। इस वैन की मदद से आज इस शिविर में लगभग 80 महिलाओं ने अपना परीक्षण करवाया।

शिविर के दूसरे दिन आज 15 दिव्यांगों को कृत्रिम हाथ एवं पैर लगाए गए। इसके साथ ही 7 दिव्यांगों को बैसाखी,   10 दिव्यांगों को कैलीपर, 1 दिव्यांग को व्हीलचेयर, तीन दिव्यांगों को ट्राई साइकिल एवं 20 दिव्यांगों को श्रवण यंत्र मशीन प्रदान की गई।

शिविर को सूचारू रूप से संचालित करने के लिए गुरु घासीदास विश्वविद्यालय की जीजीवी श्रवण लाइन योजना की प्रभारी डॉ. अर्चना यादव के नेतृत्व में सत्यम शर्मा, रागिनी विश्वकर्मा, प्रांजली साहू, उन्नति साहू, गीतिका नेताम स्वयंसेवक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

कार्यक्रम में अमरेश जैन, प्रवीण कोचर, संजय छाजेड़, आंचल जैन, अमित जैन, राजू तेजाणी, महिपाल सुराना, डॉ अंशुमन जैन, विजय जैन, गोपाल वेलानी, अभिनव डाकलिया, ऋतु जैन, पूर्णिमा सुराणा, सुनीता जैन, विनोद लुनिया, कमल जैन, मनीष जैन, अंकित गेड़िया, स्वप्निल जैन, राकेश तेजानी, रीतेश तेजानी, भावेश गांधी, अर्चना नाहर, जय कुमार जैन, अंशुल जैन, पराग जैन, अनिता जैन एवं नागरिक और दिव्यांग लाभार्थी उपस्थित रहे।

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