(भूपेंद्र सिंह राठौर के साथ सतीश साहू) : बिलासपुर : विजयादशमी पर्व के अवसर पर शासकीय रेलवे पुलिस थाने के शस्त्रागार में औजोरों की पूजा अर्चना की। पूजा अर्चना कर जीआरपी थाना प्रभारी डीएन श्रीवास्तव ने रेल और जिले में सुरक्षा का आशीवार्द मांगा। शस्त्र पूजा की यह परंपरा आदि काल से चली आ रही है।
दशहरा बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक पर्व है। मान्यता है इस दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध कर लंका पर विजय प्राप्त की थी। दशहरे के इस पर्व को विजयदशमी के नाम से भी जानते हैं। एक और धार्मिक मान्यता यह है कि मां दुर्गा ने महिषासुर नामक राक्षस का इसी दिन वध किया था।
अधर्म और अत्याचार का अंत दशहरा के दिन शस्त्र पूजन करने की परंपरा बरसों पुरानी है। दशमी के अवसर पर शस्त्र पुजा का विधान प्राचीन काल से ही रहा है। महाभारत व रामायण भी शस्त्र पूजा का उल्लेख मिलता है।
शस्त्र पूजा कर लोग सुरक्षा व समृद्धि का आर्शिवाद प्राप्त करते हैं। इस परंपरा के अनुसार मंगलवार की सुबह से ही जीआरपी थाने शस्त्रागार में जीआरपी थाना प्रभारी डीएन श्रीवास्तव समेत अन्य अधिकारी शस्त्र पूजन के लिए पहुंचे। पूजा में जीआरपी स्टाफ समेत अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
शस्त्र पूजन के बाद वाहनों की पूजा की गई भी की गई। पूजन जीआरपी थाने में ही पदस्थ आरक्षक उपाध्याय ने कराई। थाना प्रभारी के बाद अन्य पुलिसकर्मियों ने भी बारी- बारी शस्त्र की पूजा की और सुख – समद्वि की मनोकामना मांगी। पूजन के बाद थाने के सभी शस्त्र को शस्त्रागार में व्यवस्थित रखा गया है। समय- समय पर शस्त्र की सफाई से लेकर अन्य कार्य थाने के स्टाफ की ओर की जाती है।