(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर : आज ऐसे समय में जब पूरा देश और दुनिया पत्रकार दिवस मना रही होती है बिलासपुर में नीरज शुक्ला नामक एक युवा पत्रकार पर कुछ नकाबपोश चाकू से जानलेवा हमला करने की कोशिश करते है।
मामला अरपापार सरकंडा क्षेत्र का है। news24 हाईवे के एडिटर नीरज शुक्ला सिविल लाइन से सरकंडा अपने घर जा रहे थे। इसी बीच चार नकाबपोश अलग अलग गाड़ियों से आए और शुक्ला के घर के पास ही पत्रकार दिवस के दिन उन पर चाकू से हमला करने दौड़े। इस जानलेवा हमले से अपनी जान बचाकर जब नीरज दौड़े तो अपराधी भी उनके पीछे-पीछे उन्हें पकड़ने और चाकू का वार करने दौड़े। लेकिन जब नीरज शुक्ला हमलावरों के हाथ में नहीं आए तो उन्होंने उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ कर।
इस घटना के तुरंत बाद पीड़ित पत्रकार नीरज शुक्ला ने अन्य पत्रकारों को घटना की जानकारी देते हुए सरकंडा थाने में एफ आई आर दर्ज तो करा दी है। लेकिन इस एफ आई आर के बाद पुलिस की कछुआ चाल कई तरह के शक पैदा कर रही है।
बिलासपुर की पत्रकार बिरादरी इस घटना के बाद यह सवाल उठा रही है कि आखिर पत्रकार पर हमला करने वाले नकाबपोश कौन थे..? कायदे से पुलिस को आज पत्रकार दिवस के दिन ही पत्रकार पर हमला करने वाले नकाबपोशों को बेनकाब करने में कोई कसर बाकी नहीं रखनी थी। लेकिन अफसोस कि ऐसा नहीं किया गया।
इस खबर के जरिए हमारा बिलासपुर पुलिस के सक्रिय महा निरीक्षक श्री रतनलाल डांगी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती पारुल माथुर और उनके तमाम मातहत स्टाफ से यह गुजारिश तो की ही जा सकती है कि इस मामले को तत्परता से निपटा कर दूध का दूध और पानी का पानी किया जाए। जिससे पत्रकार नीरज शुक्ला पर हुए जानलेवा हमले का का सच और चाकू बाजी करने वाले नकाबपोशों के चेहरे का सच शहर की जनता के सामने लाया जा सके।