यूपी में दाह संस्कार के लिए करना पड़ रहा है घण्टों इंतजार..जानिए क्यों बने ऐसे हालात
(शशि कोन्हेर) : पूरी यूपी में भीषण गर्मी और लू ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। हीट स्ट्रोक से लोगों की जान जा रही है। पूर्वी यूपी में हालात ज्यादा खराब हैं। बलिया में अकेले जिला अस्पातल में हर घंटे एक व्यक्ति की मौत हो रही है। 48 घंटे में 50 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है। इसी बीच बलिया से सटे मऊ में कोरोना काल से भी भयावह नजारा श्मशान घाट पर देखने को मिला है। यहां के श्मशान मुक्ति धाम पर अंत्येष्टि के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। कोरोना काल में एक दिन में जितनी लाशें यहां आती थी, उससे ज्यादा अब आने लगी हैं। आम दिनों की तुलना में पांच गुना ज्यादा अंतिम संस्कार हो रहे हैं। कहा जा रहा है कि आसमान से लू के रूप में बरस रहे कहर के बीच अन्य तरह की बीमारियां भी अपना असर बढ़ा रही हैं। इसी कारण मौतों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है।
मऊ के दोहरीघाट स्थित मुक्तिधाम का गौरीशंकर घाट है। जहां शवदाह के लिए चिताओं की कतार लग रही है। लोगों को घंटो इंतजार करना पड़ रहा है। सोमवार को शवों की संख्या 50 के पार हो गई। इससे मुक्तिधाम परिसर शव यात्रियों से पूरी तरह से खचाखच भरा रहा। ऐसा नजारा कोरोना काल में दिखने को मिला था। जबकि प्रतिदिन का औसत 10 से 12 शवों का रहा है। इस वर्ष जून माह में भीषण गर्मी के बीच शवों की संख्या एक दिन में 55 तक पहुंची चुकी है। अंत्येष्टि में इजाफा होने से लोगों में भय का माहौल है।
मुक्तिधाम श्मशान गौरीशंकर घाट के संस्थापक गुलाबचन्द गुप्त ने बताया कि मुक्तिधाम पर शवों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां मऊ के साथ ही आजमगढ़ और बलिया के बेल्थरारोड से शव आते हैं। बीते दो दिनों में 100 से अधिक शव जलाए गए हैं। सोमवार को भी 50 से अधिक शव जलाए गए। शवों की संख्या लगातार बढ़ने से शव जलाने की जगह कम पड़ जा रही है।
स्थिति यह भी है कि लोग घाट के नजदीक खेतों में शवों को जला रहे हैं। ऐसी स्थिति कोरोना काल में देखने को मिली थी। अभी एक सप्ताह पहले लाशों की संख्या घाट पर 12 से 15 थी, लेकिन उसके बाद लगातार शवों की संख्या बढ़ती जा रही है। पता ही नहीं चल रहा है कि इतनी संख्या में लोग कैसे मर रहे हैं। बताया कि बीते 2020 में कोरोना काल में अधिकतम 53 शव एक दिन में पहुंचे थे। लेकिन इस साल की स्थिति भयावह है।
बलिया जिला अस्पताल में मौतों का सिलसिला बदस्तूर जारी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार की दोपहर 12 बजे से शनिवार की शाम तक 20 और लोगों की मौत हो गई। इस प्रकार अकेले जिला अस्पताल में पिछले लगभग 48 घंटे में 54 मरीजों की जान जा चुकी है। गंभीर हालात में 250 से अधिक मरीज भर्ती भी हैं। वहीं, सीएमएस दिवाकर सिंह का तबादला कर दिया गया है। माना जा रहा है कि मौतों को लेकर सच्चाई बताने के कारण उन्हें हटाया गया है। गुरुवार और शुक्रवार दो दिन में 34 की मौत की पुष्टि उन्होंने ही की थी।