सिर्फ 5 सेशन और अडानी ने गंवा दिया एशिया का सबसे अमीर का ताज
नई दिल्ली : ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक 25 जनवरी से अडानी की व्यक्तिगत संपत्ति में लगभग 41 बिलियन डॉलर की गिरावट आई है, जिससे उन्हें न केवल दुनिया के टॉप-10 अरबपतियों की लिस्ट से बाहर होना पड़ा बल्कि हमवतन मुकेश अंबानी से भी पीछे हो गए। इसका मतलब यह हुआ कि अडानी अब एशिया के सबसे अमीर शख्स नहीं रहे, लेकिन यहां कैसे पहुंचे? आइए जानें…
दुनिया के अमीरों की लिस्ट में अडानी को तीसरे स्थान से 13वें स्थान तक लुढ़कने में केवल 5 सेशन लगे। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स में अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी इस साल अब तक 48.5 अरब डॉलर गंवा चुके हैं। मुकेश अंबानी फिर से एशिया के सबसे बड़े रईस का तमगा हासिल कर लिया है।
ब्लूमबर्ग के अनुसार, हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा ट्रिगर किए गए रूट ने पिछले सप्ताह से अडानी ग्रुप की कंपनियों का मार्केट में से लगभग 93 बिलियन डॉलर का सफाया कर दिया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद गौतम अडानी की प्रमुख कंपनी के शेयरों में लगातार पांचवें दिन गिरावट ही प्रमुख वहज है। अडानी एंटरप्राइजेज बुधवार को करीब 27% गिर गया, जबकि अडानी ग्रुप के 9 अन्य स्टॉक 3 से 18% के बीच गिर गए।
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों पर नजर डालें तो 25 जनवरी को गौतम अडानी की कुल संपत्ति 113 अरब डॉलर थी। 26 जनवरी को अवकाश था, इसलिए इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ। 27 जनवरी को घरेलू बाजार खुलते ही अडानी ग्रुप के स्टॉक गिरने लगे। इसका असर अडानी की संपत्ति पर पड़ा और उनकी नेटवर्थ 92.7 अरब डॉलर रह गई।
30 जनवरी को फिर बाजार खुला और अडानी की दौलत घटकर 84.4 अरब डॉलर रह गई। इसके बाद 31 जनवरी को थोड़ा सुधार हुआ और नेटवर्थ 84.5 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इसके बाद एक फरवरी को अडानी ग्रुप के शेयर हिंडरबर्ग के बवंडर में उड़ गए। संपत्ति घटकर 72.1 अरब डॉलर रह गई। दरअसल 25 जनवरी को भारतीय बाजार खुलने से पहले, अमेरिका स्थित शार्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह पर स्टॉक हेरफेर और धोखाधड़ी की रिपोर्ट प्रकाशित की थी।