(शशि कोन्हेर) : कोरबा : सुअरों को मारने शिकारियों द्वारा लगाए जा रहे बम ,आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले में पहाड़ी कोरवा बालक कहर बनकर बरप रहा। जंगल मे महुआ बीनने गए बालक की बम के धमाके से दर्दनाक मौत हो गई ।
जानकारी अनुसार जिले के वनांचल ग्राम डोंगाभांठा निवासी आदिवासी पहाड़ी कोरवा 7 वर्षीय बालक बिहानुराम अपने बड़े भाई रामप्रसाद के साथ रविवार सुबह महुआ बीनने के लिए पास के जंगल गया था। लौटने के दौरान एक जगह अजीब सी चीज दिखाई देने पर बिहानुराम ने उसे उठा लिया। इसके बाद हाथ से खोलने का प्रयास करने लगा।
जब काफी कोशिश के बाद भी हाथ से नहीं खुला तो मुंह से खोल रहा था। तभी ब्लास्ट हो गया ,और बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद बड़ा भाई घर पहुंचा और जानकारी दी। आसपास के लोगों ने स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दी और बच्चे के शव को एम्बुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया।
बच्चे के नाका बिरन ने बताया कि घर जंगल से लगा हुआ है। जब ब्लास्ट हुआ तो आवाज उस तक जरूर पहुंची। लेकिन लगा कि किसी के यहाँ छट्ठी कार्यक्रम में पटाखा फोड़ा गया होगा। जब बड़ा नाती घर पहुंचा तो जानकारी हुई। उन्होंने कहा कि जंगली सुअर का शिकार करने वालों के चक्कर मे यह घटना घटी। दोपहिया और चार पहिया वाहनों से यहाँ पहुंचने वाले आसपास में बम रख देते हैं।