(शशि कोनहेर) : कोरबा। वनमंडल कोरबा के करतला रेंज अंतर्गत तुर्रीकटरा जंगल में पिछले कई दिनों से डेरा डालकर क्षेत्र को अपना बसेरा बनाने वाला उत्पाती हाथियों का दल दो झुण्डों में बट गया है।
एक झुण्ड में तीन हाथी शामिल है जो पीडिया गांव के आसपास घूम रहा है। जबकि दूसरे झूण्ड में 9 हाथी बताया जा रहा है, जो बोतली गांव पहुंच गये है। हाथियों ने इन दोनों गांवों में पहुंचते ही भारी उत्पात मचाया है। जहां पीडिया में हाथियों ने आधा दर्जन किसानों के खेत व बाड़ी में लगे फसल को बूरी तरह रौंद दिया है।
वहीं बोतली में भी कई किसानों की फसल को गजदल ने नुकसान पहुंचाया है। जिसके कारण ग्रामीणों को काफी नुकसान पड़ा है। हाथियों द्वारा रात में उत्पात मचाये जाने तथा फसल क्षति की सूचना पर करतला से वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी आज सुबह पीड़ित गांव में पहुंचे और हाथियों द्वारा किये गये नुकसानी का आंकलन करने के साथ ही रिपोर्ट तैयारी की, जिसे वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपा जायेगा। वरिष्ठ अधिकारी प्रकरण बनाकर पीडितों को मुआवजा उपलब्ध करायेंगे।
हाथियों के उत्पात से क्षेत्रवासी काफी डरे हुए है और दहशत का माहौल कायम है। इधर बालको वन परिक्षेत्र में मौजूद 19 हाथी अभी भी माखुरकछार व खुंटामुड़ा के आसपास जंगल में मण्डरा रहे है। हाथियों के इस दल ने उत्पात मचाते हुए एक ग्रामीण के घर को तोड़ दिया था।
उधर कटघोरा वन मण्डल के पसान व केंदई रेंज में हाथी समस्या लगातार कायम है जहां 17 हाथी पसान रेंज के सेमरहा-गाड़ागोड़ा में विचरण कर रहे है वहीं 18 हाथियों का दल केंदई रेंज के जंगल में है। बड़ी संख्या में हाथियों के विचरण से ग्रामीण भयभीत है। वहीं वन अमला लगातार हाथियों की निगरानी कर गांवों में मुनादी करा रहा है।