ट्रेनों और स्टेशनों पर बढ़ाई गई गश्त,आरपीएफ आईंजी ने किया सुरक्षा व्यवस्था का निरक्षण..
(भूपेंद्र सिंह राठौर के साथ जयेंद्र गोले) : अयोध्या में भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह और गणतंत्र दिवस के चलते ट्रेनों और स्टेशनों पर गश्त बढ़ा दी गई है। किसी भी अनहोनी की आशंका से निपटने के लिए बिलासपुर में आरपीएफ आईं जी मुनव्वर खुर्शीद ने अधिकारियों और जवानों ने एक साथ स्टेशन परिसर में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। वही सुरक्षा में जुटे जवानों ने खोजी कुत्तों और मेटल डिटेक्टर की मदद से स्टेशन और प्लेटफार्म का कोना-कोना छान मारा।
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बिलासपुर जोनल को हाईअलर्ट पर रखा गया है। जोन के आरपीएफ आईजी मुनव्वर खुर्शीद ने कड़ी सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं। जिसको लेकर रविवार को आरपीएफ, जीआरपी ने डॉग स्क्वॉड, बम निरोधक दस्ते के साथ स्टेशन के हर प्लेटफार्म और ट्रेनों में चेकिंग की।
इस दौरान दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के आरपीएफ आई जी मुनव्वर खुर्शीद बिलासपुर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और यात्रियों से बातचीत की। 22 जनवरी को प्रस्तावित राम प्राण प्रतिष्ठा के वृहद कार्यक्रम को लेकर जोनल स्टेशन समेत जोन के अन्य स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था परखी गई। आरपीएफ़ ने स्टेशनों की सुरक्षा खंगाली। इसके साथ ही डॉग स्क्वाड की टीम लेकर चप्पा-चप्पा खंगाला गया। इस दौरान सुरक्षा बल को अलर्ट रहने के निर्देश दिए।
वेटिंग रूम, पार्सल कार्यालय और स्टेशन परिसर में मौजूद हर संदिग्ध यात्री की तलाशी ली गई. साथ ही सामान की भी जांच की गई. इसी तरह स्टेशन पर रुकने वाली ट्रेनों में भी गहन जांच की गई. लेकिन फिलहाल कहीं से भी कोई असामान्य गतिविधि की जानकारी सामने नहीं आई है. सीसीटीवी कैमरों पर गढ़ाई नजर इसके अलावा स्टेशनों और कई ट्रेनों में लगे सीसीटीवी कैमरों की निगरानी भी बढ़ा दी गई है. विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों द्वारा 24 घंटे इन कैमरों पर नजर रखी जा रही है।
इस दौरान प्लेटफार्मों, फुटओवर ब्रिज और सरकुलेटिंग एरिया में आरपीएफ ने तलाशी अभियान चलाया गया। यात्रियों से अपील की गई है कि हेल्पलाइन नंबर 139 पर कोई संदिग्ध गतिविधि दिखने पर सूचना दें। इस दौरान एआईजी भवानी शंकर नाथ, सीनियर डीएससी दिनेश तोमर ,असिस्टेंट कमांडेंट ओपी मोहंती, बिलासपुर पोस्ट प्रभारी भास्कर सोनी और अपराध गुप्तचर व डिडेक्टिव विग के प्रभारी कर्मपाल सिह गुर्जर समेत अन्य अधिकारी व जवान मौजूद रहे।