वर्ल्ड बैंक की फटकार के बाद पाकिस्तान में पेट्रोल हुआ, 282 रूपए लीटर
(शशि कोन्हेर) : विश्व बैंक ने पड़ोसी देश पाकिस्तान के राजकोषीय घाटे और कर्ज में वृद्धि को उसकी अर्थव्यवस्था के लिए “खतरनाक” करार दिया है और इस समस्या का मुकाबला करने के लिए विभिन्न सामानों और सेवाओं पर दी जा रही सब्सिडी को फौरन खत्म करने को कहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व बैंक ने अपनी समीक्षा रिपोर्ट में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए ऋण का प्रबंधन करने और सिंगल ट्रेजरी अकाउंट स्थापित करने की सिफारिश की है।
वैश्विक संस्था ने कहा है कि पाकिस्तान अनावश्यक खर्चों और सब्सिडी को समाप्त करके सालाना 2.72 ट्रिलियन रुपये बचा सकता है जो बजट का 70% हिस्सा खा रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि राजस्व बढ़ाने के अलावा, सब्सिडी खत्म करने जैसे प्रशासनिक कदम उठाकर पाकिस्तान अपने सकल घरेलू उत्पाद के 4% के बराबर बचत कर सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि विकास बजट को सीमित करके पाकिस्तान 315 अरब रुपये बचा सकता है।
विश्व बैंक ने बेनजीर आय सहायता कार्यक्रम (बीआईएसपी) के 90% खर्च सहित विभिन्न मामलों को प्रांतीय सरकारों को सौंपने का सुझाव दिया है। इस बीच शहबाज शरीफ सरकार ने पेट्रोल के दाम 10 रुपये लीटर बढ़ा दिए हैं। गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे देश में मुद्रा के मूल्य में भारी गिरावट आई है। ऐसे में पहले से आसमान छूती महंगाई से परेशान जनता की दिक्कतें और बढ़ गई हैं। ताजा वृद्धि के बाद पाकिस्तान में पेट्रोल का दाम अब बढ़कर 282 रुपये लीटर हो गया है।
वित्त मंत्री इशाक डार ने देर रात सीधे प्रसारण में कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा करते हुए कहा कि डीजल और हल्के डीजल तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इनके दाम क्रमशः 293 रुपये और 174.68 रुपये प्रति लीटर रहेंगे।
मिट्टी के तेल यानी केरोसिन के दाम भी 5.78 रुपये बढ़कर 186.07 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। वित्त मंत्री ने कहा, ”नई कीमतें रविवार (16 अप्रैल) रात 12 बजे से प्रभावी होंगी।” डार ने स्वीकार किया कि ये संशोधन जरूरी था, क्योंकि पिछले 15 दिन में अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़े हैं। पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक +) ने इस महीने की शुरुआत में उत्पादन में कटौती की घोषणा की थी। इसके बाद से कच्चे तेल के दाम बढ़ गए हैं।