चीन का नाम लेने से डरते हैं पीएम मोदी, अब अडानी के नाम से भी डरने लगे ओवैसी का तंज
(शशि कोन्हेर) : एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को अडानी मामले को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा की पहले पीएम केवल चीन का नाम लेने से डरते थे लेकिन अब वे अडानी के नाम से भी डरते हैं।
एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने कहा, “हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद भारत की एक बड़ी शख्सियत (अडानी) की 40% दौलत खत्म हो गई। वे (मोदी सरकार) सुप्रीम कोर्ट का बहाना बना रहे हैं। हम सोचते थे कि पीएम मोदी चीन का नाम लेने से डरते हैं लेकिन अब वह उनका (अडानी का) नाम लेने से भी डरते हैं।”
बता दें कि अडानी मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। उच्चतम न्यायालय अमेरिका स्थित ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ द्वारा लगाए गए आरोपों के मद्देनजर अडानी समूह की कंपनियों के खिलाफ एक कांग्रेस नेता की याचिका पर 17 फरवरी को सुनवाई करने पर बुधवार को सहमत हो गया। याचिका में शीर्ष अदालत के किसी मौजूदा न्यायाधीश की देखरेख में जांच कराने का अनुरोध किया गया है।
वहीं ओवैसी ने बीबीसी कार्यालयों में आईटी विभाग के सर्वेक्षण अभियान को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। हैदराबाद के सांसद ने कहा कि जब आपातकाल (1975-77) के दौरान जब बीबीसी भाजपा के अनुकूल था तो उनके नेता विदेशी प्रसारक की प्रशंसा करते थे।
बता दें कि गुजरात दंगा से जुड़ी डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ को लेकर छिड़े विवाद के बाद बीबीसी के दिल्ली और मुंबई के दफ्तर में आयकर विभाग ने मंगलवार को छापेमारी की। बीबीसी के दफ्तरों में आयकर की टीम का आज बुधवार को भी सर्वे जारी रहा। इस सर्वे को लेकर विपक्षी पार्टियों की ओर से लगातार निंदा की जा रही हैं।
ओवैसी ने कहा, “फ्रीडम ऑफ प्रेस होनी चाहिए। यदि प्रेस सिर्फ सत्तारूढ़ दल की तारीफ करने वाली खबरें दिखाएगा और सरकार की आलोचना करने वाली खबरों को नजरअंदाज करेगा, तो यह लोकतंत्र को कमजोर करेगा। गुजरात में जो हुआ, उससे कौन इनकार कर सकता है… आज छापेमारी की जा रही है।”