छत्तीसगढ़बिलासपुर

चेतना अभियान चलाकर नागरिकों को पुलिस ने किया सरप्राइज, खो चुके दो सौ मोबाइल साइबर सेल ने ढूंढ निकाले..

(भूपेंद्र सिंह राठौर) : बिलासपुर :  एसपी रजनेश सिंह की पहल पर साइबर सेल ने अनूठा काम किया है। टीम ने गुम हुए 200 मोबाइल की ना सिर्फ पतासाजी की। बल्कि, उसे बरामद कर संबंधितों को लौटाने का भी बीड़ा उठाया है। शनिवार को एसपी ने मुहिम चेतना आपकी एक आस,आपकी अमानत,आपके पास तहत गुमे हुए मोबाइल को उनके मालिको को लौटाया।

मोबाइल गुम और चोरी होने की घटनाएं तेजी से बढ़ गई है। ऐसे में जब किसी का मोबाइल फोन गुम होता है और वह व्यक्ति सूचना देने थाने का रुख कर्ता  है तब उसके मन में यह आशंका उत्पन्न हो जाती है कि मोबाइल नहीं मिलेगा। लेकिन, साइबर अपराध के इस दौर में थानों में सूचना देना जरूरी हो गया है। या फिर दूसरा सिमकार्ड लेने के लिए मोबाइल गुम होने की सूचना देनी पड़ती है।

मोबाइल गुम और चोरी होने के मामलों को देखकर पुलिस मुखिया ने मोबाइल गायब होने पर चोरी का अपराध दर्ज करने का फरमान जारी किया था। लेकिन इसके बाद भी पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने आनाकानी करती है। इस तरह से लगातार मिल रही शिकायतों को देखकर एसपी रजनेश सिंह ने साइबर सेल प्रभारी और जिम्मेदार कर्मचारियों को निर्देश दिए कि सभी थानों से मोबाइल गुम होने की शिकायतों की जांच कराई जाए।

जिसके बाद साइबर सेल और एसीसीयू की टीम ने गुम मोबाइल की पतासाजी शुरू कर दी। जांच के दौरान एक-एक कर 200 मोबाइल बरामद करने में पुलिस को सफलता मिली है। एसपी ने संबंधितों को सूचित कर एक साथ मोबाइल लौटाने की योजना बनाई। इसके तहत शनिवार को चेतना मुहिम के जरिये आपकी एक आस,आपकी अमानत,आपके पास कार्यक्रम आयोजित कर गुम मोबाइल उनके मालिको और लाभार्थियों को वापस किया गया।

बहरहाल इस बार बिलासपुर पुलिस ने 30 लाख रुपये कीमती 200 मोबाइल फोन मालिको को  लौटाया है।कार्यक्रम के दौरान पुलिस के अधिकारियों ने वर्तमान में प्रचलित सायबर ठगी के नये प्रारूप सेक्सटार्सन,वॉट्सएप्प की डी.पी. बदलकर ठगी करने,बिटकॉईन,टूरिज्म प्लॉन के नाम पर,कस्टमर केयर के नाम पर,ऑनलाईन लोन एप्प एवं अन्य तरीको से किये जाने वाले ठगी के बारे में जानकारी देकर उससे बचाव का उपाय समझाया और ठगो के झांसे मे नहीं आने सचेत किया।

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