(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर : जिले के पुलिसकर्मी इन दिनों अपने ही विभाग का पलीता निकालने कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। पहले तो न्यायधानी गुंडे बदमाश मारपीट की घटना को अंजाम देते थे पर अब तो पुलिस वाले ही आपस में मारपीट करने लगे है। मिली जानकारी के अनुसार सरकंडा थाने में पदस्थ आरक्षक तदबीर पोर्टे और प्रधान आरक्षक प्रमोद सिंह के बीच आज सुबह पेट्रोलिंग को लेकर विवाद हो गया।
विवाद इतना बढ़ गया की आरक्षक तदबीर पोर्टे ने प्रधान आरक्षक प्रमोद सिंह को मुक्का मार दिए जिससे प्रधान आरक्षक प्रमोद सिंह को चेहरे पर चोट आई है।
वही इस मारपीट की घटना के बाद बिलासपुर एसएसपी पारुल माथुर ने आरक्षक तदबीर पोर्टे को लाइन अटैच कर दिया है। पर सवाल ये है की जब पुलिसकर्मी ही खुलेआम लॉयन ऑर्डर की धज्जियां उड़ा रहे है।
एक आरक्षक ने अपने सीनियर पुलिसकर्मी को मुक्का मार कर घायल कर दिया, जिससे लगता है की छोटे पुलिसकर्मियों को अपने सीनियर का जरा भी डर नहीं है?सूत्रों के मुताबिक कही कोई आरक्षक पुलिस विभाग के बड़े अधिकारी के नाम पर पैसा वसूली करता है तो कही कोई आरक्षक अपने से बड़े अधिकारी के साथ मारपीट करता है।
मानो अब पुलिस विभाग अपनी फजीहत कराने पर पूरी तरह लग गया है।जब पुलिस विभाग ही ऐसा करेगा तो आम आदमी का पुलिस पर से भरोसा ही उठ जाएगा।आपको बता दे की पुलिस विभाग को बदनाम करने वाले कुछ ही ऐसे पुलिस कर्मी है,जिनकी वजह से सारा पुलिस विभाग बदनाम हो रहा है विभाग के उच्च अधिकारियों को चाहिए कि ऐसे पुलिस कर्मियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए जिससे की पुलिस विभाग बदनाम न हो।