कर्मचारी, अधिकारी एवं शिक्षकों की हड़ताल में जाने की तैयारी…..
(मोहम्मद अलीम) : मुंगेली – छत्तीसगढ़ के समस्त कर्मचारी, अधिकारी व शिक्षक अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर आंदोलन की तैयारी में जुट गए हैं जहां इनका कहना है कि छत्तीसगढ शासन द्वारा 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता की स्थान पर अभी भी राज्य सरकार के द्वारा राज्य के कर्मचारियों, अधिकारियों एवं शिक्षकों को केवल 22 प्रतिशत ही महंगाई भत्ता दिया जा रहा है।
इसके अलावा पेंशन धारियों को केवल 17 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जा रहा है जबकि केंद्र सरकार व अन्य राज्य सरकार द्वारा कर्मचारी अधिकारी एवं शिक्षकों व पेंशनरों को 34 प्रतिशत की महंगाई भत्ता दिया जाता है। छत्तीसगढ़ राज्य के कर्मचारियों को 12 प्रतिशत कम महंगाई भत्ता प्राप्त हो रहा है तथा गृह भाड़ा भत्ता को अब तक 7 वे वेतनमान के अनुरूप पुनरक्षित नहीं किया गया है।
जिससे छत्तीसगढ़ राज्य के सभी कर्मचारी, अधिकारी एवं शिक्षक व पेंशनरों ने को प्रति माह 4000 रुपए तक के आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। देय तिथि से लंबित महंगाई भत्ता व देय तिथि सातवें वेतनमान के अनुसार गृह भाड़ा भत्ता की समस्त, कर्मचारियों की मांग को अविलंब पूर्ण करने की मांग रखी गई। साथ ही उन्होंने यह भी बताया की मांग पर त्वरित निर्णय नहीं होने की स्थिति में प्रदेश के सभी कर्मचारी व अधिकारी 25 जुलाई 2022 से अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाने के लिए बाध्य रहेंगे। जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन एवं प्रशासन की होगी।