एसीबी के दो अलग-अलग मामलो में लोकसेवक रिश्वत लेते गिरफ्तार…..
(आशीष मौर्य) : भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई में एसीबी ने आज दो अलग-अलग मामलों में लोकसेवकों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। पहला मामला जिला सक्ती से है, जहां एक राजस्व निरीक्षक को सीमांकन के बदले रिश्वत मांगने पर पकड़ा गया। वहीं दूसरा मामला सारंगढ़ से सामने आया, जहां हवलदार और आरक्षक ने शिकायत निपटाने के बदले घूस मांगी।
“पहला मामला जिला सक्ती का है, जहां ग्राम भातमाहूल के निवासी भरतलाल ने एसीबी को शिकायत दी थी। उनकी भूमि के सीमांकन के लिए राजस्व निरीक्षक बद्रीनारायण ने 1 लाख रुपये रिश्वत की मांग की थी। एसीबी की टीम ने आज ट्रैप लगाकर पहली किश्त 30 हजार रुपये लेते हुए बद्रीनारायण को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।”
“दूसरा मामला सारंगढ़ से है, जहां महेंद्र साहू ने हवलदार सुमत डहरिया और आरक्षक कमल किशोर पर 18,000 रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। दोनों ने पहले 6,500 रुपये वसूल लिए थे और बाकी 10,000 रुपये के लिए दबाव बना रहे थे। एसीबी ने आज 10,000 रुपये लेते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया।”
“दोनों मामलों में आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत कार्रवाई की जा रही है। एसीबी की इन कार्रवाईयों से स्पष्ट है कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सरकार की नीति सख्त है।”