राजनीतिक प्रतिशोध के लिए अमेठी लौट सकते हैं राहुल गांधी, भारत जोड़ो यात्रा के बाद का बना प्लान
(शशि कोन्हेर) : भारत जोड़ो यात्रा के सहारे कांग्रेस के लिए जमीन मजबूत करने राजनीतिक देशाटन पर निकले राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश को बेशक प्राथमिकता पर न रखा हो, लेकिन गांधी परिवार की प्रतिष्ठा उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीट अमेठी और रायबरेली से ही जुड़ी है। ऐसे में यह चर्चा तेज है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की स्मृति ईरानी से मात खा चुके राहुल ‘सियासी प्रतिशोध’ के लिए अमेठी वापसी कर सकते हैं।
भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का घोषित उद्देश्य चुनावी परिवर्तन नहीं, बल्कि देशभर में वैचारिक बदलाव है। इस यात्रा के दौरान हो रहे हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए राहुल गांधी नहीं गए। गुजरात को लेकर भी अभी कुछ तय नहीं है। इसे लेकर प्रश्न उठना लाजिमी है।
यूपी से इतनी बेरुखी क्यों?
इसके इतर, एक प्रश्न भारत जोड़ो यात्रा के पहले पड़ाव से उनका पीछा कर रहा है कि सर्वाधिक 80 लोकसभा सीटों वाला जो उत्तर प्रदेश गांधी-नेहरू परिवार का पुराना राजनीतिक क्षेत्र है, वहां यात्रा सिर्फ एक जिले बुलंदशहर से ही यात्रा क्यों निकाली जा रही है?
यूपी को लेकर इतनी बेरुखी क्यों? इन प्रश्नों से कतई बेपरवाह गांधी परिवार की अपनी रणनीति है। टीम राहुल से जुड़े अमेठी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, इस यात्रा के बाद राहुल गांधी अपने पुराने संसदीय क्षेत्र अमेठी को मथना शुरू कर देंगे।