थोक में बंद और स्थगित ट्रेनों का मामला.. रेलवे के तानाशाही रवैये के खिलाफ 12 अक्टूबर को रेल रोको आंदोलन
(भूपेंद्र सिंह राठौर) : बिलासपुर – रेलवे के तानाशाही रवैये से आमजनों में खासा आक्रोश है। नागरिक मंच ने इसके खिलाफ कुछ दिन पूर्व जीएम कार्यालय का घेराव किया था लेकिन कोई ठोस आस्वासन नही मिलने के बाद अब 12 अक्टूबर को रेल रोको आंदोलन किया जाएगा।
कोरोना काल के बाद रेल प्रशासन लागातर यात्री गाड़ियों को बाधित कर रहा है।जिससे आम नागरिकों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रेल प्रबंधन सिर्फ माल गाड़ियों को ही चला रहा है। नागरिक सुरक्षा मंच ने पूर्व में 21 सितंबर को महा प्रबंधक कार्यालय का घेराव किया था, इस दौरान रेल प्रशासन ने प्रतिनिधि मंडल को चर्चा के लिये आमंत्रित किया, रेल्वे के उच्चाधिकारी ने चर्चा के दौरान परेशानियों को स्वीकार किया और एक सप्ताह के अंदर इन समस्याओं का निराकरण कर लिये जाने का आश्वासन दिया था।
लेकिन 10 दिन से भी अधिक की समयावधि बीत जाने के बाद भी रेल प्रशासन ने कुछ नही किया।अब नागरिक सुरक्षा मंच के पदाधिकारी 12 अक्टूबर को रेल रोको आंदोलन करने जा रहे है। इस दौरान समिति के सदस्य तीन जगहों पर रेल रोकेंगे।
गाड़ियों को कहाँ पर रोका जायेगा इसकी घोषणा आन्दोलन के 03 दिन पूर्व करने की बात पदाधिकारियों ने कही है। इस आन्दोलन में सामाजिक संगठनों, राजनीतिक संगठनों, व्यापारी, छात्र संगठन, सहित बिलासपुर, कोरबा, चाँपा-जांजगीर, अकलतरा सक्ती, खरसिया,कोटा सहित कटनी रेल रूट के आने वाले सभी रेल्वे स्टेशनों के नागरिक इसमें शामिल होंगे।