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रेलवे लाएगा गरीबों के अच्छे दिन! इन राज्यों से चलेंगी जनता ट्रेनें……

(शशि कोन्हेर) : वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी प्रीमियन ट्रेनों का संचालन दिल्ली, मुंबई, भोपाल, बेंगलुरु, हैदराबाद और चंडीगढ़ जैसे शहरों से हो रहा है। लंबे समय से मांग की जा रही थी कि प्रीमियम ट्रेनों के अलावा कमजोर तबके के यात्रियों के लिए भी ट्रेनों का संचालन होना चाहिए। अब रेलवे ने इस दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं।

अब रेलवे लंबे रूटों पर गैर-एसी सुपरफास्ट ट्रेनें चलाने की तैयारी में है। इनके जरिए मजदूरों को अपने गांवों से दूर शहरों तक कमाने जाने में सुविधा होगी। इसके अलावा त्योहारों पर उनके लिए नॉन-स्टॉप घर पहुंचना भी आसान होगा। अब तक ऐसी समर स्पेशल या फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें ही चलती थीं, लेकिन अब पूरे साल इनका संचालन होगा।

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रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि कई रूटों की स्टडी के बाद यह फैसला लिया गया है। इसके अलावा ट्रेनों की वेटिंग लिस्ट का भी अध्ययन किया गया है। लंबे समय तक टिकटों की वेट लिस्टिंग रहने वाले रूटों पर इन ट्रेनों को चलाने पर विचार हो रहा है।

यह फैसला ऐसे वक्त में हो रहा है, जब ट्रेनों में भारी भीड़ से असुविधा होने वाले कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि ऐसी कुछ ट्रेनों का संचालन जनवरी 2024 से ही शुरू हो सकता है। इन ट्रेनों के कोच भी आधुनिक एलएचबी तकनीक वाले होंगे, लेकिन उनमें एसी की सुविधा नहीं होगी।

अब तक नाम पर फैसला नहीं, इन राज्यों से चलेंगी

फिलहाल इन ट्रेनों के नामकरण पर फैसला नहीं हो सका है। इससे पहले कोरोना काल में रेलवे ने मजदूरों के लिए स्पेशन ट्रेनों का संचालन किया था ताकि वे लॉकडाउन में अपने घर आसानी से जा सकें।

रेलवे बोर्ड का कहना है कि इन ट्रेनों का संचालन यूपी, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बंगाल, पंजाब, असम, गुजरात, दिल्ली, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों से किया जाएगा। इनमें ऐसे दोनों तरह के राज्य शामिल हैं, जहां से मजदूर कमाने के लिए जाते हैं और जहां जाते हैं।

स्लीपर और जनरल क्लास कोच ही होंगे, एसी नहीं

यूपी, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा और बंगाल जैसे राज्यों से बड़ी संख्या में मजदूर मेट्रो सिटीज में कमाने जाते हैं। एक अधिकारी ने बताया कि इन रूटों पर चलने वाली ट्रेनों में सिर्फ स्लीपर और जनरल क्लास की सुविधा होगी। इनमें वातानुकूलित कोच नहीं होंगे।

इन ट्रेनों के जरिए बड़े पैमाने पर आवागमन हो सकेगा। इनमें 22 से 26 कोच देने की तैयारी है। एक्सप्रेस ट्रेनों की तरह ही इनका रूट, टाइम तय होगा और हर दिन चलेंगी। इससे लोगों को अडवांस बुकिंग कराने में भी सुविधा होगी।

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