चलती ट्रेन में ऑनलाइन भुगतान की सुविधा देने की तैयारी में है रेलवे…..
(शशि कोन्हेर) -: रेलवे यात्रियों की सुविधा को लेकर समय-समय पर बदलाव करता रहता है. इसी कड़ी में अब रेलवे ने एक नया कदम उठाया है. रेलवे के इस नए कदम से मुसाफिर ट्रेन में भी किराया या जुर्माना का भुगतान डेबिट कार्ड से कर सकेंगे. रेलवे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को निर्बाध गति से चलाने के लिए इन्हें 4G से जोड़ रहा है. अभी इन उपकरणों में 2G सिम होने की वजह से दिक्कतें आ रही हैं.
रेलवे बोर्ड के मुताबिक, रेलवे अधिकारियों के पास पॉइंट ऑफ सेलिंग यानी पीओएस मशीनों में 2G सिम लगे हैं. इस वजह से दूरदराज के क्षेत्र में नेटवर्क की समस्या आती है. अब रेलवे ने अपने स्टाफ को हैंडहेड टर्मिनल जैसे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स में 4G सिम लगाने की कवायद शुरू कर दी है. ऐसा होने के बाद रेलयात्री जुर्माना या किराए का नकद भुगतान करने की बजाय ऑनलाइन भुगतान कर सकेंगे.
रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक, देशभर में 36 हजार से अधिक ट्रेन में टीटी को पॉइंट ऑफ सेल मशीन दी जा चुकी हैं. इसका मकसद बिना टिकट यात्रा करने वालों या स्लीपर का टिकट लेकर एसी में सफर करने वालों को अतिरिक्त भुगतान लेकर, हाथों हाथ टिकट बना कर देना है. टीटी इन मशीनों के जरिए टिकट बना कर या स्लीपर और एसी के किराए के बीच का अंतर निकालकर एक्सेस शेयर के टिकट बना सकेंगे.
राजधानी शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों में टीटी कंडक्टर्स को हैंडहेल्ड डिवाइस पहले ही दिए जा चुके हैं. इसी महीने से मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के टीटी को भी यह मशीनें मुहैया कराई जा रही हैं. इसके लिए उन्हें स्पेशल वर्कशॉप के जरिए प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. रेलवे का कहना है कि अगले कुछ महीनों में इन मशीनों में 4G नेटवर्क के सिम लगाने से इन्हें चलाने में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आएगी.