रमन जी झूठ मत बोलो..प्रदेश में कुल 32800 किमी ही सड़क तो कैसे बनायी 60 हजार किमी सड़क
(शशि कोन्हेर) : रायपुर : डा.रमन सिंह आजकल सत्ता प्राप्ति के लिये झूठ का सहारा लेना चालू कर दिये है। सत्ता जाने के बाद 15 साल मुख्यमंत्री रहे हुये रमन सिंह इतना ज्यादा बौखला जायेंगे कि वे झूठ बोलना शुरू कर दिये है दावा कर रहे कि 15 साल में उन्होंने 60 हजार किमी सड़के बनाई छत्तीसगढ़ में।
जबकि आज की तारीख में छत्तीसगढ़ में कुल 32 हजार 833 किमी सड़के है। राष्ट्रीय राजमार्गो की लंबाई 3510 कि.मी. प्रांतीय राजमार्गो की लंबाई 4176 कि.मी. जिला सड़को की लंबाई 11243 कि.मी. और ग्रामीण सड़को की लंबाई 13902 कि.मी. है। रमन सिंह के पहले, 2003 के पहले भी छत्तीसगढ़ में भी सड़क थी। ऐसा नही कि तब लोग पगडंडी में चलते थे। 2018 के बाद भी सड़क बनाई गयी है। इन सबके बाद भी छत्तीसगढ़ में कुल 32 हजार 833 किमी सड़क है। रमन सिंह ने 60 हजार कि.मी. सरकार कहां बनाई यह पूरी तरह झूठ है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन सिंह खुद अपने भ्रष्टाचार की स्वीकारोक्ति कर रहे है। 2016, 2017, 2018 में जो सड़के बनाये गयी थी वे कंडम हो गयी है तो इस बात का सबूत है कि रमन सिंह ने सड़क बनाने में भ्रष्टाचार किया था और उनके भ्रष्टाचार के कारण ही जिन सड़को की आयु 12 से 15 साल होनी चाहिय वे सड़के आज खराब स्थिति में है। 3 से 5 साल की बीच सड़क बर्बाद हो गयी है।
वे कांग्रेस के घोषणा पत्र के सारे वायदो को गंगाजल की कसम से जोड़कर झूठ बोलते है। रमन सिंह पहले गंगाजल का नाम लेकर झूठ बोल रहे है अब बेशर्मी पूर्वक पवित्र गीता का नाम ले रहे और हद तो तब हो गयी कि मां बम्लेश्वरी का नाम भी अपने झूठ में शामिल कर रहे। यह शर्मनाक है कि जिस उम्र में सनातन धर्म के लोग तीर्थ यात्रा करते उस उम्र में रमन सिंह गंगाजल क नाम पर झूठ बोल रहे।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने कहा कि पूरे देश में 32800 कि.मी. सड़क है रमन सिंह दावा कर रहे 60000 किमी बनाया मतलब उनके समय, 27200 कि.मी. सड़क कागज पर बनी है। उस कागजी सड़क को बनाने का महा घोटाला रमन सिंह ने किया उसका पैसा कहां गया। गुजरात गया या दिल्ली गया रमन बताये। 1 कि.मी. सड़क बनाने में 3 करोड़ की लगभग लागत आती है। रमन सिंह के समय गायब 27200 कि.मी. सड़को के बनाने में 81600 करोड़ का घपला हुआ यह बात रमन ने अपने प्रेस कान्फ्रेस में माना।