नए संसद भवन के उद्घाटन पर रार, TMC और AAP करेंगी बहिष्कार
(शशि कोन्हेर) : तृणमूल कांग्रेस (TMC) और आम आदमी पार्टी (AAP) ने रविवार को नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का फैसला किया है। दिल्ली और पंजाब की सत्ताधारी AAP ने कहा, “आम आदमी पार्टी 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करेगी।
उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं करने के मामले को लेकर उठ रहे सवालों के मद्देनजर आप ने यह फैसला किया है।”
आम आदमी पार्टी से पहले टीएमसी ने भी बहिष्कार की घोषणा की थी। टीएमसी नेता और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट किया, “संसद सिर्फ एक नयी इमारत नहीं है; यह पुरानी परंपराओं, मूल्यों, मिसालों और नियमों के साथ एक प्रतिष्ठान है – यह भारतीय लोकतंत्र की नींव है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह नहीं समझते हैं। उनके लिए, रविवार को नयी इमारत का उद्घाटन सिर्फ मैं, खुद के बारे में है। इसलिए हमें इससे बाहर रखें।”
राष्ट्रपति से कराया जाए संसद के नए भवन का उद्घाटन- विपक्ष
नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से कराने की विपक्ष की मांग के बीच कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने 28 मई को आयोजित समारोह का बहिष्कार करने का फैसला किया है। कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों की मांग है कि संसद के नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराया जाए।
सूत्रों ने बताया कि समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के नेताओं ने इस मुद्दे पर चर्चा की और सदन में विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा जल्द ही एक संयुक्त बयान जारी किया जाएगा, जिसमें उद्घाटन कार्यक्रम के संयुक्त बहिष्कार की घोषणा की जाएगी।
तृणमूल कांग्रेस और आप के अलावा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने कहा कि वे उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। सूत्रों ने कहा कि कार्यक्रम का औपचारिक निमंत्रण प्राप्त होने के बाद बुधवार को राजनीतिक दलों द्वारा अंतिम फैसला किया जाएगा। भाकपा महासचिव डी राजा ने भी कहा कि उनकी पार्टी उद्धघाटन समारोह में भाग नहीं लेगी। जैसे ही संसद सदस्यों को आमंत्रण की ‘‘सॉफ्ट कॉपी’’ मिलनी शुरू हुई, वे इस मुद्दे पर चर्चा करने लगे।
कांग्रेस पर निगाहें
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने आरोप लगाया कि सरकार ने इस समारोह से राष्ट्रपति मुर्मू को दूर रखकर उनका और पूरे आदिवासी समाज का अपमान किया है। उन्होंने कहा, ‘‘महामहिम राष्ट्रपति, जो एक सामान्य पृष्ठभूमि से उठकर यहां तक पहुंची हैं, उनका अपमान क्यों हो रहा है? क्या अपमान इसलिए हो रहा है कि वह आदिवासी समाज से आती हैं या फिर उनके राज्य (ओडिशा) में चुनाव नहीं है?’’ यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस इस समारोह का बहिष्कार करेगी तो वल्लभ ने कहा, ‘‘उचित समय पर उचित फैसला किया जाएगा।’’