RPF जवान ने मुस्लिम यात्रियों को चुन-चुनकर मारा….असदुद्दीन ओवैसी ने दिया सांप्रदायिक रंग
(शशि कोन्हेर) : जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन में आरपीएफ जवान चेतन सिंह ने सोमवार तड़के फायरिंग कर दी थी। इस घटना में उसके सीनियर एएसआई टीका राम मारे गए थे। इसके अलावा ट्रेन में सफर कर रहे तीन अन्य यात्रियों की भी गोलियां लगने से मौत हो गई थी। इस मामले की जांच कर रही रेलवे पुलिस ने कहा था कि आरोपी ट्रांसफर के चलते तनाव में था और उसका दिमाग स्थिर नहीं था। वह अब तक गुजरात में तैनात था, लेकिन उसे मुंबई भेजा गया था, जिससे वह खफा था। जांच के मुताबिक ट्रेन में उसकी एएसआई टीका राम से बहस हुई थी, जिसके बाद उसने गोलियां बरसा दी थीं।
इस बीच एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने इस घटना को सांप्रदायिक रंग दे दिया है। उन्होंने कहा कि आरोपी मानसिक तौर पर अस्थिर था, ऐसा कहना गलत है। उन्होंने कहा कि यह टारगेट किलिंग है। बड़ा सवाल है कि आरोपी आरपीएफ जवान ने चुन-चुनकर मुस्लिमों को ही क्यों मारा। उन्होंने कहा, ‘एक एएसआई और तीन मुसलमानों की आरपीएफ जवान ने हत्या कर दी। उसने चुन-चुनकर मुस्लिम यात्रियों को ही मारा। एएसआई के अलावा एक और मुस्लिम यात्री को उसने गोली मार दी। इसके बाद वह बोगी नंबर बी-6 में गया और फिर वहां भी दो मुस्लिम यात्रियों को मार डाला।’
ओवैसी ने कहा कि यह कोई इत्तेफाक नहीं है बल्कि नफरत के चलते अंजाम दिया गया अपराध है। उन्होंने इसके लिए भाजपा सरकार पर ही हमला बोला। उन्होंने कहा कि यही इस सरकार की उपलब्धि है। उसने लोगों के दिमाग में इतना जहर भर दिया है। उन्होंने कहा कि मैं तो कई बार इशारा कर चुका हूं कि किन लोगों का रैडिकलाइजेशन हो रहा है। गौरतलब है कि जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में हुई फायरिंग की घटना में एएसआई के अलावा तीन लोग मारे गए। इनकी पहचान अब्दुल कादिरभाई मोहम्मद हुसैन भानपुरवाला, असगर अब्बास अली और सदर मोहम्मद हुसैन के तौर पर हुई है।
जीआरपी ने शुरुआती जांच के बाद बताया कि जवान चेतन सिंह ने अपने ऑटोमेटिक हथियार से 12 राउंड फायरिंग की थी। पुलिस ने मौके से 8 गोलियां बरामद कर ली हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चेतन सिंह मानसिक रूप से परेशान है। हत्याकांड के बाद आरोपी ने ट्रेन की चेन खींचकर भागने की कोशिश की थी, लेकिन जीआरपी ने उसे धर दबोचा। इसके बाद बोरिवली रेलवे स्टेशन पर मृतकों के शवों को बाहर निकाला गया। हत्याकांड से बोरिवली स्टेशन तक यात्री डरे।