मदकू द्वीप में आरएसएस की दंड संचालन एवं समता शिविर संपन्न
(धीरेंद्र मेहता) : बिलासपुर/सरगांव – श्री हरिहर क्षेत्र केदार द्वीप मदकू सनातन संस्कृति की प्राचीन परम्पराओं केंद्र है, यह क्षेत्र माण्डूक्य ऋषि की तपस्थली है जो कि प्राचीन काल में माण्डूक्य द्वीप के नाम से जानी जाती थी तदतंर में अपभ्रंश होकर मदकू द्वीप के रूप में जानी जाती है। द्वीप क्षेत्र का 19 मंदिरों का देव संकुल हो ,12 स्मार्त लिंग का होना ही इस क्षेत्र की पवित्रता,प्राचीनता और सांस्कृतिक समृद्धता का प्रमाण है। उत्तर वाहिनी शिवनाथ इस क्षेत्र को साधना की दृष्टि से सर्वथा अनुकूल बनाती है उक्त बातें मण्डलेश्वर संत रामरूप दास महात्यागी जी के द्वारा श्री हरिहर क्षेत्र केदार द्वीप मदकू में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रायपुर महानगर एवं बिलासपुर नगर के शारीरिक प्रदर्शन एवं दण्ड संचालन,समता शिविर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक अभय राम जी के द्वारा अपने संबोधन में कहा कि स्वयंसेवक स्वयं प्रेरणा से राष्ट्र, समाज, देश, धर्म तथा संस्कृति की सेवा करने वाले व उसकी रक्षा कर उसकी अभिवृद्धि के लिए प्रमाणिकता तथा निःस्वार्थ बुद्धि से कार्य करने वाले को स्वंयसेवक कहते हैं। स्वंयसेवको के गुण, विकास एवं वृद्धि के लिए शारीरिक एवं बौद्धिक कार्यक्रम संघ में होते रहते हैं। संघ शाखा के माध्यम से राष्ट्रनिष्ठ व्यक्ति का निर्माण करता है जिससे एक अच्छे समाज का निर्माण हो और राष्ट्र को परम वैभव के शिखर पर स्थापित करने का संकल्प पूर्ण हो सके।
उक्त शिविर में आयोजित प्रतियोगिता में समता प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर रायपुर महानगर एवं दण्ड संचालन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर बिलासपुर नगर रहा।
उक्त शिविर में रायपुर और बिलासपुर नगर के 100 स्वयं सेवकों के द्वारा इस वर्ग में अपनी सहभागिता दी गई।
कार्यक्रम की प्रस्तावना की जानकारी गणेश हरपाल के द्वारा दी गई। शिविर के समापन समारोह में समता, दण्ड संचालन का सामूहिक प्रदर्शन, सामूहिक गीत,एकल गीत की प्रस्तुति दी गई।
उक्त कार्यक्रम में नरेश अग्रवाल,जीवन लाल कौशिक , मनीष मिश्रा,राममनोहर दुबे, प्रदीप शुक्ला, भगवती प्रसाद मिश्र, मनीष अग्रवाल, परमानंद साहू,मनीष साहू, प्रमोद दुबे, रामावतार साहू, परस साहू, सुरेश साहू सहित श्री हरिहर क्षेत्र केदार द्वीप सेवा समिति मदकू के पदाधिकारी एवं सदस्य सहित बड़ी संख्या में रायपुर , बिलासपुर, भाटापारा आदि स्थान के स्वयं सेवक एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।