अम्बिकापुर

अंधेरे के साये में जीवन बसर करने मजबूर ग्रामीण वनवासी…..


(मुन्ना पाण्डेय) : लखनपुर -(सरगुजा) – सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत गरीब जरूरत मंद लोगों को खाद्यान्न योजना का लाभ पहुंचाना ही शासन प्रशासन का मकसद है जिसमें गरीब तबके के लोगों को सस्ते दामों पर चावल, शक्कर, चना मिट्टी तेल तथा निशुल्क नमक मिल सके। परन्तु मिट्टी तेल (कैरोसिन) के दाम में इजाफा होने कारण ग्रामीण वनवासी अंधेरे के साये में जीवन बसर करने मजबूर हैं। वनांचल ग्रामीण इलाकों के लोगों का कहना है कि जब कभी चंद एक दो दिनों के लिए बीजली किसी कारणवश बंद हो जाती है तब कैरोसिन की बेहद जरूरत होती है और घरों में कैरोसिन नहीं होने कारण अंधेरे में ही रहना पड़ता हैं। लकड़ी के आग के उजाले में भोजन का निवाला ग्रहण करना पड़ता हैं। राशन दुकानों में मिट्टी तेल नहीं के सवाल पर ग्रामीणो का कहना है कि- पहले कभी मिट्टी तेल दो ढाई रूपये प्रति लीटर मिला करता था आज तकरीबन एक सौ दस रूपये प्रति लीटर के आसपास हो गया है। ऊंचे दामों के कारण सोसायटीयो में मिट्टी तेल बिकना बंद सा हो गया है। क्योंकि बढ़े दामों के वजह से कार्डधारी उपभोक्ता मिट्टी तेल लेने में असमर्थ ही नहीं अपितु अंधेरे में रहने मजबूर हैं। वहीं दुकान संचालक मिट्टी तेल राशन दुकानों में नहीं रखते क्योंकि बढ़े हुए दाम में कोई उपभोक्ता मिट्टी तेल नहीं लेता। वैसे भी बीजली विस्तार तकरीबन सभी गांवों में हो चुका है ।

शायद ही ऐसा कोई वनांचल गांव होगा जहां बीजली नहीं पहुंच पाई होगी। या फिर कुछ ऐसे गरीब परिवार होंगे जो तंगहाली के वजह से अपने घरों में बीजली नहीं लगवा सके है। कभी कभार बीजली कटौती होती रहती हैं ऐसे हालात में चिराग जलाने मिट्टी तेल की जरूरत होती है। पूंजीपति वर्ग के लोग अपने घरों में इनवटर विद्युत से चार्ज होने वाला उपकरण लगा रखे है। उन्हें मिट्टी तेल की जरूरत नहीं होती है। लेकिन उन गरीबों को ज़रूरत है जिनके पास साधारण मोमबत्ती खरीदने की औकात नहीं है । मिट्टी तेल की उपलब्धता को लेकर क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में बसारत करने वाले लोगों का कहना है शासन प्रशासन को चाहिए कि राशन दुकानों में जरुरत के मुताबिक पूर्व की तरह कार्डधारी उपभोक्ताओं को सस्ते दामों पर मिट्टी तेल मुहैय्या कराये ताकि उनके घरों में भी उजाला बनी रहे। कोई अंधेरे में न रहे।इस सम्बन्ध में नगर लखनपुर के फरियाद खान शासन प्रशासन से क्या फरियाद करते हैं इस विडियो के माध्यम से जानें…..👇

दरअसल राशन दुकानों में मिट्टी तेल नहीं मिलने से गरीब तबके के लोगों की परेशानी बढ़ गई है। अंधेरे में रहते हुए मुट्ठी भर उजाले के लिए तरसना पड़ रहा है कैसी बिडम्बना। शासन प्रशासन से राशन दुकानों में सस्ता मिट्टी तेल उपलब्ध कराने मांग किया है।

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