चुनावी व्यस्तता का फायदा उठा रहे रेत माफिया, धड़ल्ले से चल रहा अवैध उत्खनन
(भूपेंद्र सिंह राठौर) : बिलासपुर – चुनावी आचार संहिता के चलते अधिकारी चुनावी कार्यों में व्यस्त हैं, और इसी का फायदा उठाकर रेत माफिया बेखौफ होकर धड़ल्ले से अवैध खनन कर रहे हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत के चलते रोजाना सैकड़ों ट्रैक्टरों में रेत ढोई जा रही है। खनिज विभाग के अधिकारी कार्रवाई करने के बजाय आंखें मूंदे बैठे हैं।
चुनावी आचार संहिता लागू होने के बाद प्रशासनिक अधिकारी जहां चुनावी तैयारियों में जुटे हुए हैं, वहीं रेत माफिया इस मौके का पूरा फायदा उठाते हुए दिनदहाड़े अवैध खनन कर रहे हैं। मंगला लोखंडी घाट में सुबह से ही ट्रैक्टरों की लंबी कतार देखी जा सकती है, जो खुलेआम रेत का दोहन कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस अवैध खनन में स्थानीय नेताओं की मिलीभगत है, जिसके चलते प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है। कुछ ग्रामीणों ने शिकायत करने की कोशिश की, लेकिन दबाव के कारण उनकी आवाज दबा दी गई।
खनिज विभाग और पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता के कारण रेत माफिया बेखौफ होकर नदी से सैकड़ों ट्रैक्टर रेत निकालकर ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं। इससे न केवल सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है, बल्कि पर्यावरण पर भी गंभीर असर पड़ रहा है।
खनिज विभाग के अधिकारियों से जब इस मामले पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। मंगला लोखंडी घाट में हो रहे इस अवैध खनन को रोकने के लिए प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करनी होगी। वरना आने वाले समय में यह समस्या और विकराल रूप ले सकती है। स्थानीय लोगों ने उच्च अधिकारियों से इस मामले में हस्तक्षेप करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।