छत्तीसगढ़

हर जगह मनाया जा रहा है शाला प्रवेशोत्सव, तो इस स्कूल में खुद शिक्षकों ने “लगा दिए हैं ताले”

तखतपुर (टेकचंद कारड़ा)
तखतपुर_ शिक्षक से ग्रामीणों का विवाद होने के बाद ग्रामीणों के खिलाफ पुलिसिया कार्यवाही नही होने के विरोध में पिछले 12 दिन से ग्राम केशरूवाडीह प्राथमिक शाला स्कूल को बंद कर शिक्षकों ने स्कूल आना बंद कर दिया है। जिसके कारण पिछले 12 दिनों से स्कूल में ताला लगे होने के कारण बच्चें स्कूल जाकर वापस लौट आ रहे है।


मुंगेली विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत केशरूवाडीह में पिछले 12 दिनों से प्राथमिक शाला में एक मामूली विवाद को लेकर वहां पदस्थ शिक्षक स्कूल में ताला जड़कर स्कूल नही आ रहे है। सरपंच सविता साहू ने बताया कि ग्राम पंचायत केशरूवाडीह के प्राथमिक शाला के शिक्षक शाला समय में स्कूल नहीं आते हैं। इसके कारण बच्चें स्कूल के बाहर खेलते उधम चौकड़ी मचाते हैं।

जब इसी बात को लेकर को लेकर स्कूल के पालक रिती साहू और दूजराम साहू का शिक्षक सूरज कुर्रे के साथ विवादहो गया। विवाद बढ़ने पर पुलिस को इसकी सूचना दी गई। इस रिपोर्ट के आधार पर जरहागांव पुलिस,मौके पर पहुंचकर दोनों युवकों को थाने ले गई और 151 के तहत कार्यवाही की। कार्यवाही होने के बावजूद शिक्षकों ने स्कूल आना बंद कर दिया है। स्कूल बंद होने से प्रतिदिन बच्चों को तैयार कर पालक बच्चों को स्कूल लाते है पर शिक्षक के न आने के कारण स्कूल पिछले 12 दिनों से बंद पड़ा है।

ग्रामीण पिल्लूराम साहू, रिती साहू, दुजराम साहू ने बताया कि स्कूल में शिक्षक समय पर नही आते है और समय से पहले चले जाते है। बच्चों की ठीक पढ़ाई भी नही हो रही है इसी बात को लेकर शिक्षकों से चर्चा की जा रही थी। पर शिक्षक सूरज कुर्रे पालकों और ग्रामीणों के साथ विवाद किया जाता रहा है। और घटना दिनांक को भी शिक्षक सूरज कुर्रे के द्वारा विवाद किया गया और खुद ही सूरज कुर्रे ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने रिती साहू और दुजराम साहू के ऊपर कार्यवाही की। वहीं शिक्षक इस बात को लेकर अड़े है कि जब तक ग्रामीण पर पुलिस बड़ी कार्यवाही नही करती। तब तक वे स्कूल नही जाऐंगे इसी बात को लेकर पिछले 12 दिनों से स्कूल में ताला लटका हुआ है और बच्चें परेशान हो रहे है।


योजनाओं का लाभ नही मिल रहा है_ छत्तीसगढ् सरकार द्वारा अधिक से अधिक बच्चें स्कूल पहुंचें इसके लिए सरकार के द्वारा प्रवेश उत्सव मनाया जा रहा है। बच्चों को नि:शुल्क पुस्तक, ड्रेस, मध्यान्ह भोजन, छत्तीसगढी ओलम्पिक आदि का संचालन किया जा रहा है पर इस स्कूल के शिक्षकों की हठधर्मिता के चलते स्कूल के बंद पड़ा है। और जिन योजनाओं का लाभ स्कूल के प्राथमिक शाला के बच्चों को प्राथमिक स्तर पर मिलना था वह नही मिल पा रहा है। जिसके चलते पालक भी स्कूलों में पट बंद होने के कारण नाराज है।


अधिकारी निभा रहे है रिश्तेदारी_ इस पूरे विवाद के मामले में बताया जाता है कि जिन शिक्षक का विवाद ग्रामीणों से हुआ है। उस शिक्षक के रिश्तेदार विभाग के उच्चपदों पर पदस्थ है। जिनके संरक्षण के चलते शिक्षक
मनमानी करते हुए और बिना भय के स्कूल बंद कर घूम रहे हैं।‌ वहीं सरपंच ने भी स्कूल बंद होने की जानकारी उच्च अधिकारीयों को प्रेषित कर दी है।


बी ई ओ प्रतिभा मंडलोई के अनुसार शिक्षकों के साथ हुए विवाद पर पुलिस द्वारा कार्यवाही नही किए जाने पर शिक्षक भयभीत है और ग्रामीण फिर विवाद न करें इसके लिए स्कूल नही जा रहे है।वही d.e.o. का कहना है कि स्कूल पिछले 12 दिनों से बंद है इसकी जानकारी नही है बीईओं से जानकारी लेकर उचित कार्यवाही की जाएगी।

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