पुणे में हमलों के बीच शिंदे ने बुलाई बागी विधायकों की बैठक, आगे की रणनीति पर होगी चर्चा….
(शशि कोन्हेर) : गुवाहाटी – शिवसेना विधायक तानाजी सावंत के पुणे स्थित कार्यालय में आज पार्टी कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की है। इस बीच विद्रोही नेता एकनाथ शिंदे ने आगे की रणनीति पर चर्चा करने के लिए शनिवार दोपहर गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में एक बैठक बुलाई है। इससे पहले शिंदे ने उनके साथी विधायकों के परिवारों की सुरक्षा हटाने के फैसले पर कड़ा एतराज जताया था और इसे एक साजिश बताया था। बता दें कि महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार में राजनीतिक संकट पार्टी के विधायकों के एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विद्रोह में शामिल होने के बाद शुरू हुआ है, जो गुवाहाटी के एक होटल में ठहरे हुए हैं।
बता दें कि शिवसेना से विद्रोह करने वाले एकनाथ शिंदे के पास 38 विधायकों और नौ निर्दलीय विधायकों का साथ प्राप्त है। उधर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी शनिवार को दोपहर 1 बजे पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। बैठक शिवसेना भवन में होगी जिसमें मुख्यमंत्री वर्चुअल रूप से शामिल होंगे।
इससे पहले शुक्रवार को, ठाकरे ने जिला प्रमुखों की एक बैठक बुलाई थी जिसमें उन्होंने कहा कि गुवाहाटी में डेरा डाले हुए बागी विधायक “पार्टी को तोड़ना” चाहते हैं। शिवसेना प्रमुख ने अपने वर्चुअल संबोधन के दौरान कहा, “मैंने पहले भी कहा है कि मेरा सत्ता से कोई लेना-देना नहीं है। जो लोग कहते थे कि वे शिवसेना छोड़ने के बजाय मर जाएंगे, वे आज भाग गए हैं।”
ठाकरे ने कहा कि मैंने सपने में कभी नहीं सोचा था कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा। मैंने वर्षा बंगला छोड़ा है लेकिन लड़ने की इच्छा नहीं है। ठाकरे ने शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने बागी नेता के लिए सब कुछ किया लेकिन फिर भी उन पर कई आरोप लगाए जा रहे हैं। सीएम ने कहा, “मैंने एकनाथ शिंदे के लिए सब कुछ किया। मैंने उन्हें वह विभाग दिया जो मेरे पास था। उनका अपना बेटा एक सांसद है और मेरे बेटे के बारे में टिप्पणियां की जा रही हैं। मेरे खिलाफ बहुत सारे आरोप लगाए गए हैं।” उन्होंने कहा, “अगर उनमें हिम्मत है तो उन्हें बालासाहेब और शिवसेना का नाम लिए बिना लोगों के बीच जाना चाहिए।”