देश

अजीम प्रेमजी को पछाड़कर HCL के शिव नायर बने सबसे बड़े परोपकारी…हर दिन दान करते रहे तीन करोड रुपए, कुल 1161 करोड़ का किया दान

(शशि कोन्हेर) : सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी) कंपनी एचसीएल के संस्थापक शिव नादर 1,161 करोड़ रुपये के वार्षिक दान के साथ देश के सबसे बड़े परोपकारी बनकर उभरे हैं। एडलगिव हुरुन इंडिया परोपकार सूची 2022 के मुताबिक नादर प्रतिदिन तीन करोड़ रुपये दान करते हैं। आइटी कंपनी विप्रो के 77 वर्षीय अजीम प्रेमजी पिछले दो वर्षों से लगातार शीर्ष स्थान पर रहने के बाद इस साल दूसरे स्थान पर खिसक गए। उन्होंने 484 करोड़ रुपये का वार्षिक दान दिया।

सूची में छह महिलाएं भी शामिल


भारत के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अदाणी इस सूची में सातवें स्थान पर हैं। उन्होंने पूरे वर्ष में 190 करोड़ रुपये दान किए हैं। इस साल सूची में 19 नए नाम जोड़े गए हैं और उन्होंने कुल 832 करोड़ रुपये का दान दिया।

इस साल की सूची में छह महिलाएं भी शामिल हैं। सूची के मुताबिक भारत में कुल 15 व्यक्तियों ने 100 करोड़ रुपये से अधिक का वार्षिक दान दिया। वहीं 20 व्यक्तियों ने 50 करोड़ रुपये से अधिक का दान दिया। 43 व्यक्तियों ने 20 करोड़ रुपये से अधिक का दान दिया।

इन्होंने दान किए 213 करोड़ रुपये


लार्सन एंड टुब्रो के समूह चेयरमैन 80 वर्षीय एएम नाइक ने 142 करोड़ रुपये का दान दिया और वह देश के सबसे उदार पेशेवर प्रबंधक हैं। जेरोधा के नितिन कामत और निखिल कामत ने अपने दान को 300 प्रतिशत बढ़ाकर 100 करोड़ रुपये कर दिया। माइंडट्री के सह-संस्थापक सुब्रतो बागची और एनएस पार्थसारथी शीर्ष 10 दानदाताओं में शामिल हैं। इनमें से प्रत्येक ने 213 करोड़ रुपये दान दिए।

दान करने वालों की संख्या दो से बढ़कर 15 हुई


क्वेस कारपोरेशन के चेयरमैन अजीत इसाक ने भारतीय विज्ञान संस्थान (IISC) बेंगलुरु को 105 करोड़ रुपये दान में दिए। वह दानियों की सूची में 12वें स्थान पर रहे। इंडिगो एयरलाइंस के को-प्रमोटर राकेश गंगवाल ने आइआइटी, कानपुर को 100 करोड़ रुपये दान में दिए। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले पांच वर्षों में 100 करोड़ रुपये से अधिक देने वाले परोपकारियों की संख्या दो से बढ़कर 15 हो गई है।

रोहिणी नीलेकणी सबसे परोपकारी महिला


इन्फोसिस के नंदन नीलेकणि, क्रिस गोपालकृष्णन और एसडी शिबूलाल क्रमश: 9वें, 16वें और 28वें स्थान पर रहते हुए 159 करोड़ रुपये, 90 करोड़ रुपये और 35 करोड़ रुपये का दान दिया। 120 करोड़ रुपये के दान के साथ 63 वर्षीय रोहिणी नीलेकणी देश की सबसे उदार महिला परोपकारी हैं। हुरुन इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने कहा, ‘अरबपति परोपकार के कार्यों में शामिल रहते हैं और मुझे उम्मीद है कि ये संख्या अगले पांच वर्षों में कम से कम दोगुनी हो जाएगी।’

10 करोड़ डालर की संपत्ति रखने वालों की सूची में भारत तीसरे स्थान पर


दुनिया के पहले वैश्विक अध्ययन में व्यक्तिगत रूप से 830 करोड़ रुपये (10 करोड़ डालर) से अधिक की संपत्ति रखने वाले करोड़पतियों की सूची में भारत तीसरे स्थान पर है। दुनिया के 25,490 करोड़पतियों में से भारत 1132 करोड़पतियों के साथ ब्रिटेन, रूस और स्विट्जरलैंड जैसे देशों को पछाड़ते हुए तीसरे स्थान पर पहुंच गया है।

अंतराष्ट्रीय निवेश प्रवाह सलाहकार फर्म हेनले एंड पार्टनर्स द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 2032 तक भारत 80 प्रतिशत वृद्धि दर के साथ करोड़पतियों के मामले में दूसरे नंबर पर मौजूद चीन से आगे निकल जाएगा।

पहले स्थान पर है अमेरिका
विश्व की कुल चार प्रतिशत की आबादी वाला देश अमेरिका 9,730 (38 प्रतिशत) करोड़पतियों के साथ पहले स्थान पर है। इसके बाद चीन और भारत क्रमश: 2,021 और 1,132 करोड़पतियों के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। ब्रिटेन 968 करोड़पतियों के साथ चौथे और जर्मनी 966 के साथ पांचवें स्थान पर है। स्विट्जरलैंड (808), जापान (765), कनाडा (541), ऑस्ट्रेलिया (463), और रूस (435) शीर्ष 10 देशों में शामिल हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button