छत्तीसगढ़

शिवालयों में उमड़ा आस्था का सैलाब शिवभक्तों ने किये पूजा अर्चना

(मुन्ना पाण्डेय) :लखनपुर+(सरगुजा) : आदि काल से चली आ रही परंपरा को कायम रखते हुए 18 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व क्षेत्र में उत्साह उमंग के साथ मनाया गया।   दरअसल महाशिवरात्रि भगवान भोलेनाथ के आराधना का पर्व रही है।


प्रत्येक वर्ष की भांति महाशिवरात्रि के मौके पर  ऋषि जमदग्नि के तपोभूमि देवगढ़ धाम स्थित अर्धनारीश्वर मंदिर तथा महेशपुर धाम   नगर लखनपुर के प्राचीन स्वयं-भू-शिवमन्दिर, ग्राम पंचायत जूनाडीह विराजमान महादेव मंदिर तथा क्षेत्र के तमाम शिवमन्दिरो में महाशिवरात्रि महोत्सव मनाया गया।


सुबह से  मंदिरों में शिवभक्तों का तांता  लगा रहा।   हर हर महादेव के जयघोष से मंदिर गुंजायमान रहे। शिवालयों  में पहुंच भक्तों ने विशेष पूजा अराधना कर भगवान भोलेनाथ को मनाने दुग्धाभिषेक जलाभिषेक के साथ   बेलपत्र मंदार धतुरा भांग इत्यादि अर्पित किये।


महाशिवरात्रि  हिन्दूओं का बड़ा धार्मिक  त्योहार माना जाता है।यह पर्व फाल्गुन मास  कृष्ण पक्ष के चतुर्दशी को भगवान भोलेनाथ के प्रकटोत्सव के रूप में  मनाया जाता है। महाशिवरात्रि  से जुड़ी बहुत सारी पौराणिक मान्यताएं प्रचलित हैं।


ऐसा माना जाता है कि- ब्रह्मा के रूद्र रूप में मध्य रात्रि को भगवान शंकर  जी का अवतरण हुआ था।
मान्यता यह भी है कि इस दिन भगवान शिव शंकर ने तांडव नृत्य करते हुए अपने तीसरे नेत्र खोलकर पूरे ब्रह्मांड को  नेत्र की ज्वाला से भस्मीभूत  कर दिया था।


इसके अलावा महाशिवरात्रि पर्व को भगवान भोलेनाथ के विवाह से जोड़कर भी देखा जाता है ।
महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर भगवान शिव शंकर एव माता पार्वती जी का विवाह संपन्न हुआ था।
इस लिए इस पर्व का विशेष महत्व रहा है। इस दिन भोले बाबा का पूजा अर्चना करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है। कहा जाता है महाशिवरात्रि के दिन जो व्यक्ति दया भाव दिखाते हुए शिवजी की पूजा अर्चना करते हैं उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है वैसे भी भोलेनाथ जल्द ही प्रसन्न होने वाले भगवान के रूप में जाने जाते हैं।


बहरहाल क्षेत्र में महाशिवरात्रि की धूम रही। देवगढ़ धाम अर्धनारीश्वर मंदिर एवं महेशपुर धाम में अपार श्रद्धालुओ की भीड़ लगी रही। परमपरानुसार देवगढ़ धाम में  5 दिवसीय मेला का शुभारंभ हुआ। पहले यह मेला 3   दिनों का लगा करता था अब तिथि को बढ़ा दिया गया है।  सरगुजा संभाग के अलावा दूसरे प्रदेशों से भी धर्म प्रेमी श्रद्धालु अपने मनोकामना पूर्ति के लिए देवगढ़ एवं महेशपुर धाम  पहुंचते और माथा टेककर भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। मेले का लुत्फ उठाते हैं।

इसी कड़ी में नगर लखनपुर के  शिवभक्त धर्मावलंबियों ने भगवान शिव शंकर एवं माता पार्वती जी का विवाहोत्सव मनाया। प्राचीन स्वयं -भू -शिव मंदिर से शाम 4  बजे  गाजे बाजे ढोल नगाड़ों के साथ आतिशबाजी करते हुए भगवान शिवजी की बारात निकाली गई आयोजित बारात प्रोग्राम में नगर सहित आसपास ग्रामीण अंचल के श्रद्धालु  पुरुष महिला  बच्चे बाराती बनकर शामिल हुये। जिसमें मुख्य रूप से   सत्यनारायण तिवारी पूर्व नगर अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ,धार्मिक एवं सामाजिक कार्यकर्ता हरविंद अग्रवाल, सुजीत अग्रवाल, दिनेश साहू, सुरेश साहू, प्रदीप गुप्ता, यतेंद्र पांडे, कृष्ण कुमार गुप्ता, बसंत गुप्ता, सुभाष अग्रवाल, दिनेश बारी, गोविंद अग्रवाल, नवनीत गुप्ता, शक्ति पांडे ,अनुराग पांडे, अमित बारी, अभय सिंह राठौर, मनोज अग्रवाल, मनोज गुप्ता, सहित काफी संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव शंकर के बारात में शामिल रहे। बारात नगर के विभिन्न गलियों से गुजरते हुए बाजारपारा स्थित भवानी मंदिर  पहुंची जहां भगवान शिव शंकर और माता पार्वती के विवाह का  रस्म अदा किया गया।
प्राचीन शिवमन्दिर में आरती भजन प्रसाद वितरण के साथ विवाहोत्सव सम्पन्न हुआ।
इसी तारतम्य में जंप उपाध्यक्ष अमीत सिंह देव ग्रामीणों के बुलावे पर ग्राम पंचायत बेलदगी पहुंचे जहां नवीन शिवमन्दिर उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुये तथा भगवान भोलेनाथ का दर्शन पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार मुन्ना पांडेय, शैलेश पांडेय, मंदिर निर्माण कर्ता राजाराम यादव, सरपंच करम साय,शालिक राम यादव, तमाम ग्रामवासी उपस्थित रहे।
शांति व्यवस्था कायम रखने में पुलिस महकमा तैनात रही।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button