अनुपयोगी राख से बालू (रेत) बनाने के प्रयास में जुटा सीपत एनटीपीसी प्रबंधन….
(इरशाद अली संपादक लोकस्वर टीवी) : बिलासपुर / छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी विद्युत परियोजना एनटीपीसी सीपत स्थापित क्षमता के साथ मध्य और पश्चिम भारत के राज्यों को रौशन कर रहा है। 2980 मेगावाट की इस परियोजना को मिलाकर देश में यह संस्थान 68,567 मेगावाट से अधिक विद्युत उत्पादन कर विश्व की सबसे बड़ी और सर्वश्रेष्ठ कंपनी के रूप में ख्याति प्राप्त कर रहा है। सीपत ntpc प्रबंधन ने पत्रकार वार्ता कर सीपत संयंत्र की उपलब्धियों और आगामी योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। शनिवार को सीपत एनटीपीसी के मुख्य महाप्रबंधक घनश्याम प्रजापति ने पत्रकारों को बताया कि वित्त वर्ष 2021 – 22 में 24 मार्च 2022 तक सीपत के इस विद्युत गृह से 81.58 फ़ीसदी पीएलएफ पर 20887.2 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन कर पूरे एनटीपीसी समूह में सीपत एनटीपीसी चौथे और पीएलएफ के मामले में छठे स्थान पर पहुंच चुका है। इस कंपनी ने समय के साथ साथ तमाम उपलब्धियां हासिल की हैं यह संस्थान पूरे एनटीपीसी में निष्पादन मूल्यांकन के आधार पर पहले स्थान पर पहुंच चुका है। व्यवसाइक स्तर पर बायोमास पेलेट्स कोफायरिंग यहां शुरू हो चुका है। अभी तक 271.9 मिलियन टन बायोमास उपयोग कर 4.26 लाख यूनिट हरित विद्युत का उत्पादन किया जा चुका है। जल उपयोगिता को मापने रियल टाइम डैशबोर्ड लगाए गए हैं। ऊर्जा प्रबंधन पद्धति निर्धारण में भी आईएसओ सर्टिफिकेट प्राप्त कर चुका है। निगम सामाजिक दायित्व और सामुदायिक विकास कार्यों के जरिए भी इस संस्थान ने कई अनेक उल्लेखनीय कार्य किए हैं। पेयजल,स्वास्थ्य, स्वच्छता, शिक्षा,खेल, कला और संस्कृति को बढ़ावा देने लगभग तीन करोड़ 63 लाख रुपए खर्च किए जा चुके हैं। साप्ताहिक हाट बाजार में एंबुलेंस की व्यवस्था, मानसिक स्वास्थ्य अस्पताल सेंदरी में अतिरिक्त कक्ष,खेल को बढ़ावा देने स्मार्ट स्कूलों की स्थापना ,सार्वजनिक शौचालय का निर्माण के अलावा खिलाड़ियों को इस संस्थान ने खूब प्रोत्साहन दिया है।
पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी अनेक उल्लेखनीय उपलब्धियां इस संस्थान के नाम पर दर्ज है। किए गए कार्यों की वजह से एनटीपीसी सीपत ने मिशन एनर्जी फाउंडेशन द्वारा पावर प्लांट परफॉर्मर 2021 का पुरस्कार हासिल किया है। ग्रीन टेक इफेक्टिव सेफ्टी कल्चर अवार्ड 2021 में प्लेटिनम ट्रॉफी जीती। ऊर्जा प्रबंधन 2021 में उत्कृष्टता के लिए सीआईआई राष्ट्रीय पुरस्कार में ऊर्जा कुशल इकाई पुरस्कार जीता। टेरी वाटर सस्टेनेबिलिटी अवार्ड 2021 औद्योगिक क्षेत्र में पानी के कुशल उपयोग के लिए भी इस संस्थान को पुरस्कार मिला है। समय के साथ साथ ये पावर प्लांट राख से ईट बनाने की फैक्ट्री का सफल प्रयोग करने जा रहा है। यही नहीं यहां से निकले राख से बालू यानी रेत भी बनाने का प्रयोग किया जा रहा है, जिसे वीएनआईटी नागपुर यूनिवर्सिटी का सहयोग मिल रहा है।पत्रकारों से चर्चा के दौरान प्रबंधन ने बताया कि दीपिका खदान से आने वाले कोयले का विकल्प भी एनटीपीसी तैयार कर रहा है, ताकि आने वाले समय में इसे कोयले की समस्या का सामना ना करना पड़े। दूसरी माइंस से कोयला लाने के लिए रेल लाइन का विस्तार किया जा रहा है। पत्रकारों से चर्चा के दौरान सीपत एनटीपीसी के चीफ जनरल मैनेजर घनश्याम प्रजापति,जीएम ओ & एम कुडलू सुजॉय नाइक,मैनेजर अविजीत चैटर्जी, रवि कुमार सोनित कुमार नेहा खत्री के अलावा अन्य अधिकारी यहां मौजूद रहे।